लखनऊ। प्रदेश में टीबी मरीजों के लिए इटावा और झांसी में कल्चर लैब खोली जा रही है। इससे टीबी के मरीजों में दवा का बैक्टीरिया पर सेंसिटीविटी के बारे में तत्काल जानकारी मिल सकेगी। मरीजों का उपचार आसान हो जाएगा। अभी तक इस जांच के लिए मरीजों को दूसरी जगह भेजा जाता था। टीबी के खात्मे के तहत यूपी में दो नई कल्चर एंड ड्रग सेंसिटीविटी लैब खोली जा रही है। एक उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंस सैफई इटावा में खुलेगी तो दूसरी मेडिकल कॉलेज झांसी में। इन दोनों लैब को खोलने की तैयारी पूरी कर ली गई है। मालूम हो कि प्रदेश में मार्च तक 1.80 लाख मरीज चिह्नित किए गए हैं, जिसमें 15 हजार ड्रग रेडिस्टेंस टीबी के मरीज हैं। इन मरीजों की जांच कल्चर एंड ड्रग सेंसिटिविटी लैब में की जाती है। राज्य क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ. संतोष कुमार गुप्ता ने बताया कि दोनों लैब खोलने की तैयारी पूरी कर ली गई है। अभी तक लखनऊ में केजीएमयू, एसजीपीजीआई और लोहिया संस्थान में यह लैब हैं। इसके अलावा आगरा, वाराणसी, मेरठ, गोरखपुर, बरेली और अलीगढ़ में भी एक-एक लैब हैं।