बच्चों में खोजने का जज्बा बढ़ाएंगे लर्निंग लैब

लखनऊ। लर्निंग लैब के जरिये बच्चाें में वस्तुओं को पहचानने और खोजने की प्रवृत्ति बढ़ाई जाएगी। पहाड़ा और गुणा-भाग करने के आसान तरीके सिखाए जाएंगे। जिले के 50 विद्यालयों को चयन किया गया है। जहां पढ़ने-पढ़ाने की मुकम्मल व्यवस्था है। आराजीलाइन ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय सिहोरवा व कंपोजिट विद्यालय ढढोरपुर को इसी तर्ज पर विकसित किया गया है। लर्निंग लैब के लिए सर्वे में 57 मानक तैयार किए गए हैं। इसमें छात्रों की संख्या, भवन की स्थिति, स्थान, शिक्षकों की संख्या, शौचालय, पीने का पानी, मैदान आदि सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा पिछले वर्षों का परीक्षाफल भी देखा जा रहा है। इन विद्यालयों को प्रोजेक्टर, कंप्यूटर तथा अन्य ऑडियो-वीडियो उपकरणों से लैस किया जाएगा। लाइब्रेरी भी स्थापित की जाएगी। गणित और विज्ञान की प्रयोगशालाएं भी बनेंगी, ताकि बच्चों में किताब से हटकर कुछ खोजने की प्रवृत्ति विकसित हो सके। ऐसे विद्यालयों का चयन किया गया है, जिससे आसपास के स्कूलों के बच्चे भी इसका लाभ उठा सके। प्रत्येक ब्लॉक में कम से कम चार विद्यालयों का चयन किया गया है। इन स्कूलों को विकसित करने में निजी संस्थाओं से भी सहयोग लिया जाएगा। निजी संस्थाएं कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी फंड (सीसीआर) से विद्यालय में बुनियादी सुविधाएं विकसित करेंगी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने बताया कि 50 स्कूलों का चयन किया गया है। निजी और सार्वजनिक संस्थाओं की मदद से जिले के 78 स्कूलों में स्मार्ट क्लास स्थापित की गई है। इन स्कूलों में प्रोजेक्टर, कंप्यूटर और वाइट बोर्ड लगे हैं। यहां शिक्षक स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी) की ओर बनाई गई सीडी के माध्यम से पढ़ाते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *