वाराणसी। सुगम यातायात के लिए वैकल्पिक मार्ग के रूप में विकसित हो रहे ई-रिक्शा कॉरिडोर की डिजाइन में बदलाव किया गया है। दो जगहों पर रैंप में बदलाव के साथ ही नक्खीघाट पर बनने वाला रैंप 10 पिलरों पर खड़ा किया जाएगा। पहले यहां फाउंडेशन पिलर प्रस्तावित था, लेकिन अब पायलिंग पिलर के सहारे पूरी रैप तैयार होगी। शास्त्रीघाट से शुरू होकर पुराना पुल तक बन रहे ई-रिक्शा कॉरिडोर वरुणापार की कनेक्टिविटी खिड़किया घाट तक करने की योजना है। पहले चरण के बाद दूसरे चरण के काम की शुरुआत नक्खीघाट से हो गई है। इसके अलावा वरुणा पुल और पुराना पुल पर रैंप बनाया जाएगा। वीसी ईशा दुहन ने बताया कि बारिश से काम पर थोड़ा प्रभाव पड़ा है। फिर भी प्रयास है कि समय से काम पूरा कर लिया जाए। लगातार समीक्षा और मौका मुआयना किया जा रहा है। वीसी ने बताया कि दूसरे चरण का काम पूरा होने के बाद यू-टर्न में वरुणा सर्किट दिखने लगेगा। नए वैकल्पिक मार्ग के बनने से चौराहों और मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा।