कानपुर। कोरोना वायरस का संक्रमण डेढ़ साल से कहर बरपा रहा है। विशेषज्ञ वैक्सीनेशन को उपयुक्त और कारगर मान रहे हैं। हालांकि, दूसरी लहर में वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी बड़ी संख्या में हेल्थ वर्कर संक्रमित हुए थे। इसे देखते हुए देश भर के फिजीशियन व माइक्रोबायोलाजिस्ट की प्रमुख संस्थाओं ने बूस्टर डोज लाने का सुझाव केंद्र सरकार की वैक्सीनेशन एक्सपर्ट कमेटी को दिया है। इस पर सरकार ने इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) के साथ मंथन के बाद बूस्टर डोज का ट्रायल दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में शुरू कराया है। जल्द ही कानपुर समेत देश के 12 सेंटरों पर भी ट्रायल होगा।