लखनऊ। पसगवां में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के नामांकन के दौरान बृहस्पतिवार को भाजपा समर्थकों द्वारा सपा प्रत्याशी और उनकी प्रस्तावक से अभद्रता, साड़ी खींचने और नामांकन का पर्चा फाड़ने के मामले में सरकार की हर ओर निंदा हो रही है। इसके बाद एक्शन में आई योगी सरकार ने अधिकारियों के साथ बैठक कर सीओ मोहम्मदी और एसएचओ पसगवां को सस्पेंड कर दिया। एक इंस्पेक्टर और तीन एसआई भी निलंबित किए गए हैं। वहीं मामले का संज्ञान लेते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पीड़ित सपा समर्थित प्रत्याशी रितु सिंह और उनकी प्रस्तावक को लखनऊ बुलाकर उनसे मुलाकात की। उधर, मामले में हीलाहवाली कर रही पुलिस ने मीडिया के दबाव में आकर देर रात मामले में दो नामजद और अन्य अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था, जिसमें पुलिस ने देर रात एक आरोपी यश वर्मा और शुक्रवार को दूसरे आरोपी बृज सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया। पसगवां ब्लॉक परिसर में बृहस्पतिवार को तीन प्रत्याशी नामांकन दाखिल करने पहुंचे थे, जिसमें भाजपा सांसद रेखा वर्मा की करीबी और पार्टी की प्रत्याशी कु. शिखा सिंह और सांसद रेखा वर्मा की मां और निवर्तमान प्रमुख उर्मिला कटियार ने पर्चा दाखिल किया था। दोपहर करीब एक बजे जब सपा समर्थित प्रत्याशी रितु सिंह पत्नी धर्मवीर सिंह नामांकन कराने पहुंचीं तो गेट के बाहर ही खड़े लोगों ने रितु सिंह और उनकी प्रस्तावक के साथ बदसलूकी की। प्रस्तावक का हाथ पकड़कर ब्लॉक परिसर के बाहर उनकी साड़ी खींची गई, जबकि रितु सिंह की ब्लॉक परिसर के अंदर। इस मामले का वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है।