हिमाचल प्रदेश। कांगड़ा जिले के कंदरोड़ी में 300 बीघा जमीन पर फार्मा उद्योग स्थापित होंगे। सरकारी स्तर पर इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। 15 सितंबर को प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी नई दिल्ली में निवेशकों से मुलाकात कर सकते हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी इस इन्वेस्टर्स मीट में शामिल हो सकते हैं। फार्मा उद्योग स्थापित होने से प्रदेश के पांच हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। वहीं,सिरमौर में करीब 15 बीघा जमीन पर फूड प्रोसेसिंग यूनिट भी लगाने की तैयारी है। मुख्यमंत्री ने जिला कांगड़ा पर फोक्स किया है। विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि उद्योग स्थापित करने के लिए निवेशकों से मुलाकात करते रहें। इंदौरा और चिन्नौर में भी उद्योग लगाने के लिए जमीनें तलाशी जा रही हैं। उद्योग विभाग के पास कंदरोड़ी में 300 बीघा जमीन है। इसमें 25 प्लाट बनाए गए हैं। सड़क, बिजली और पानी की भी पर्याप्त व्यवस्था है। दूसरे, यह एरिया पठानकोट के साथ लगता है। ऐसे में यह क्षेत्र रेलवे लाइन से भी जुड़ा है। इसको देखते हुए प्रदेश सरकार क्षेत्र को फार्मा उद्योग के रूप में विकसित करना चाह रही है। बद्दी की तर्ज पर कंदरोड़ी में फार्मा हब स्थापित किया जाना है। हिमाचल में औद्योगिक क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए सरकार कंपनियों से साथ लगातार एमओयू साइन कर रही है। इससे पहले भी हिमाचल में फिल्म उद्योग स्थापित करने की पहल की जा रही है। कंपनी ने नालागढ़ में फिल्म उद्योग स्थापित करने की बात कही है, जबकि सरकार धर्मशाला या जिला शिमला में इसके लिए जमीन तलाश कर रही है। जिला सिरमौर के ददाऊ में फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने की तैयारी है। इसके लिए भी सरकार 13 से 15 बीघा जमीन तलाश रही है। उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि 15 सितंबर को दिल्ली में निवेशकों से मुलाकात की जानी है।