संतकबीरनगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सूबे के सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज की स्थापना होगी। कई जिलों में मेडिकल कॉलेज शुरू हो गए हैं। जिन जिलों में अभी इसकी शुरूआत नहीं हुई है वहां भी पीपीपी मॉडल से मेडिकल कॉलेज स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही गोरखपुर में एम्स बनकर तैयार हो गया है, जिसका लोकार्पण शीघ्र ही किया जाएगा। यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को संतकबीरनगर जिले के नव निर्मित जिला कारागार परिसर में जिला कारागार का लोकार्पण और अन्य योजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारें विकास को लेकर कभी गंभीर नहीं रहीं। भाई भतीजावाद, जाति- पाति और दबंगई चरम पर थी, लेकिन जब से यूपी में भाजपा की सरकार बनी तब से विकास की गति तेज हुई है। इसमें संतकबीरनगर जिला भी शामिल है। उन्होंने कहा कि खलीलाबाद को रेडीमेड का हब बनाने की अपार संभावना है। इसके लिए संसाधन उपलब्ध कराने और मार्केट की व्यवस्था करने के लिए सरकार ने प्रयास किए हैं। आने-वाले दिनों में बखिरा का वर्तन उद्योग भी पूरी दुनिया में अपनी पहचान कायम करेंगे। इसके लिए कलस्टर योजना शुरू की गई है। तामेश्वरनाथ धाम और मगहर की जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा तामेश्वरनाथ में पर्यटन विकास की परियोजनाएं शुरू की गई है। आगे यहां की जरूरतों के हिसाब से विकास किया जाएगा, जबकि मगहर में सूफी संत कबीर की स्थलीय पर दो वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो विकास की नींव रखी थी, उनमें से अधिकतर कार्य पूर्ण हो चुके हैं, जल्द ही इन परियोजनाओं का लोकार्पण होगा। मुख्यमत्री ने कहा कि भाजपा की सरकार बनने के पूर्व पूर्वांचल में जापानी बुखार से मासूमों की मौत होती थी, लेकिन अब इस पर अंकुश पा लिया गया है। कोरोना काल में सरकार ने बेहतर प्रबंधन कर महामारी को रोकने का प्रयास किया। अन्य राज्यों की तुलना में कोरोना के मामले सूबे में कम हुए हैं। इसके लिए कोरोना योद्धा बधाई के पात्र हैं। मुउख्यमंत्री ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं को यात्रा भत्ता दिए जाने का निर्णय लिया गया है, जबकि स्नातक, परास्नातक, इंजीनियरिंग, फार्मेसी करने वाले छात्रों को टेबलेट उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री उपलब्ध हो, इसके लिए जनप्रतिनिधियों को भी आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने साढे चार लाख युवाओं को पारदर्शी तरीके से नौकरी प्रदान की है।