उत्तराखंड। उत्तराखंड में लोगों को यातायात नियमों का पाठ पढ़ाने के लिए पुलिस चौराहों पर नाटकों का सहारा लेगी। 30 सेकेंड के नाटक में कलाकार लोगों को 10 तरह के उल्लंघन छोड़ने के लिए प्रेरित करेंगे। इस तरह के कार्यक्रम देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार और रुड़की शहरों में सात दिनों तक किए जाएंगे। सोमवार शाम पांच बजे से इस अभियान की शुरुआत हुई। इसी तरह नाट्य कलाकार (दशानन) के 10 सिर वाले मुखौटे पर 10 उल्लंघन संबंधी स्लोगन लिखे होंगे। इनमें से एक पर धनुष बाण से लक्ष्य बनाया जाएगा। इस अवसर पर यातायात की 10 बुरी आदतों को छोड़ने के लिए प्रतिज्ञा कराई जाएगी। गांधी पार्क, परेड ग्राउंड देहरादून एवं रुड़की में सोनाली पार्क में धनुष-बाण वाला कार्यक्रम होगा। इसके अलावा हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जाएगा। यातायात निदेशक मुख्तार मोहसिन ने बताया कि यातायात नियमों का पालन कराने के लिए जागरूकता ही सबसे बड़ा साधन है। ज्यादातर लोग सभी नियमों को जानते हुए भी उनका जाने अनजाने उल्लंघन कर ही देते हैं। ऐसे में जरूरी है कि उन्हें इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूक किया जाए। इनमें देहरादून में दिलाराम चौक, कारगी चौक, निरंजनपुर मंडी चौक, रिस्पना पुल, बल्लूपुर चौक, घंटाघर, नटराज चौक (ऋषिकेश), रानीपुर मोड़ (हरिद्वार), ऋषिकुल तिराहा (हरिद्वार), पटियाला चौक (रुड़की) एसडीएम चौक (रुड़की) शामिल हैं। ये हैं 10 उल्लंघन:- हेलमेट न पहनना, रेड लाइट जम्प करना, वाहन चलाते मोबाइल का प्रयोग, दोपहिया वाहन में तीन सवारी, बायें से ओवरटेक, नशे में वाहन चलाना, खतरनाक/रैश ड्राइविंग, सीट बेल्ट न पहनना, नो पार्किंग में वाहन खड़ा करना, जेब्रा क्रॉसिंग का उल्लंघन। इसी कड़ी में ऋषिकेश के श्री पूर्णानंद इंटर कॉलेज में एनएसएस की ओर से अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस कार्यक्रम मनाया गया। कार्यक्रम में थाना मुनिकीरेती पुलिस ने विद्यालय के छात्र-छात्राओं को ह्यूमन ट्रैफिकिंग संबंधी अपराध, साइबर अपराध, नशे के दुष्प्रभाव, महिला अपराध और यातायात नियमों के पालन के प्रति जागरूक किया। कार्यक्रम में भारतीय भाषा मंच के जिला संयोजक व जिला मंत्री पुष्पा ध्यानी ने कहा कि बालिकाओं को बेहतर से बेहतर शिक्षा प्रदान की जानी चाहिए। जिससे एक बेहतर समाज का निर्माण हो सके।