नई दिल्ली। सरकार ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए शीरे वाली पोटाश (पीडीएम) पर पहली बार सब्सिडी की दरें तय की हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्रीय कैबिनेट ने पोषण आधारित सब्सिडी योजना के तहत 50 किलोग्राम की बोरी पर 73 रुपये सब्सिडी दी जाएगी। उर्वरक कंपनियां 600 से 800 रुपये प्रति बोरी के भाव किसानों को यह खाद बेचती हैं। उर्वरक एवं रसायन मंत्रालय ने बताया कि सरकार पीडीएम पर सब्सिडी के लिए सालाना करीब 156 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इससे विदेशी विनिमय के तहत 562 करोड़ रुपये की बचत होगी। इस कदम से चीनी मिलों को शीरे के रूप में ज्यादा उत्पाद बनाने का प्रोत्साहन मिलेगा, जिसेस पोटाश बनाई जाएगी। यह कदम न सिर्फ मिलों की आय में इजाफा करेगा, बल्कि किसानों को भी समय पर भुगतान पाने में आसानी होगी। भारत में अभी सालाना 42 लाख टन खनिज आधारित पोटाश का आयात होता है, जिस पर 7,160 करोड़ का खर्च आता है। इस कदम से आयात पर निर्भरता पूरी तरह खत्म की जा सकेगी। सरकार ने पिछले साल ही पोषण आधारित सब्सिडी योजना के तहत नाइट्रोजन, फॉस्फेट, पोटाश व सल्फर सहित 22 तरह की उर्वरक को शामिल किया था।