जम्मू-कश्मीर। कश्मीर में अल्पसंख्यकों, स्थानीय नागरिकों और बाहरी राज्यों के लोगों की हत्याएं करने वाले गुनहगारों को भारी कीमत चुकानी होगी। इन हत्यारों को चुन-चुनकर मारेंगे। यह बात उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र जेवन में स्थित पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में पुलिस शहादत दिवस के मौके पर कार्यक्रम में कही। उन्होंने आतंकी हमलों में शहीद जवानों और नागरिकों को श्रद्धांजलि दी। कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के आवाम को भरोसा देते हैं कि कश्मीरियत की मिट्टी से आतंकवाद को पूरी तरह मिटाकर ही दम लेंगे। उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि एकता और अखंडता को बनाए रखने, विकास को कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए और हर नागरिक की सुरक्षा में कोई कसार नहीं छोड़ी जाएगी। जम्मू-कश्मीर पुलिस सिविल एडमिनिस्ट्रेशन सांप्रदायिक सौहार्द, एकता और भाईचारा बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उप-राज्यपाल ने कहा कि वह सिविल सोसाइटी के लोगों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और धार्मिक गुरुओं का आह्वान करते हैं कि जिस प्रकार निर्दोष लोगों पर दहशतगर्दों ने अत्याचार किए, उसके खिलाफ एक स्वर में आवाज बुलंद करें। कई मस्जिदों से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का आह्वान किय जा रहा है, जो सराहनीय कदम है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में डर का माहौल पैदा करने वालों से निपटने में टेक्नोलॉजी का अधिक से अधिक प्रयोग किया जाएगा। एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि आंकड़ों के अनुसार आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में जम्मू-कश्मीर पुलिस के 1600 जवानों ने बलिदान दिया है। इन बलिदानियों का पूरा राष्ट्र ऋणी है।