अमेरिका सहित विदेशों में चिह्नित 157 मूर्तियों को लाया जाएगा भारत: जी किशन रेड्डी
नई दिल्ली। केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में 2014 से अब तक 42 दुर्लभ धरोहरों की देश वापसी हो चुकी है, जबकि वर्ष 1976 से 2013 तक महज 13 दुर्लभ प्रतिमाएं और पेंटिंग ही भारत लाई जा सकी थीं। उन्होंने बताया कि अभी विदेशों में 157 मूर्तियों व पेटिंग्स को चिह्नित किया गया है, जिन्हें भारत लाया जाना है। संबंधित देशों से बातचीत चल रही है। इसमें सिंगापुर, आस्ट्रेलिया, स्विट्जरलैंड व बेल्जियम से मूर्तियों को लाने का प्रयास हो रहा है। इनमें से लगभग 100 मूर्तियां अमेरिका में है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कनाडा से भारत लाई गई मां अन्नपूर्णा की दुर्लभ प्रतिमा फिर से काशी में प्रतिष्ठापित होगी। दिल्ली में 11 नवंबर को गोपाष्टमी के मौके पर केंद्र सरकार दिल्ली में यूपी सरकार के मंत्री सुरेश राणा व नीलकंठ तिवारी को मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा सौपेंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 15 नवंबर को काशी विश्वनाथ धाम में इस प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। आज शोभायात्रा सूकर क्षेत्र सोरों पहुंचेगी। यहां प्रथम रात्रि विश्राम होगा। अगले दिन एटा, मैनपुरी होते हुए कानपुर नगर के तपेश्वरी देवी मंदिर पहुंचेगी। वहीं दूसरे दिन का विश्राम होगा। 13 नवंबर को उन्नाव, लखनऊ और बाराबंकी होते हुए प्रतिमा अयोध्या पहुंचेगी। बाद में 14 नवंबर को अयोध्या से काशी पहुंचेगी।