नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था में तेज सुधारों का लाभ उठाने लिए उद्योग जगत को जोखिम लेना होगा। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने उद्योग जगत से कहा कि मौजूदा हालात में उन्हें निवेश के जरिये पूंजी बढ़ाने और रोजगार सृजन पर जोर देना चाहिए। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के वैश्विक आर्थिक नीति शिखर सम्मेलन में वित्तमंत्री ने कहा कि उद्योगों को थोड़ा जोखिम उठाकर उभरते क्षेत्रों में निवेश करना चाहिए। उन्हें तकनीक की मदद से अपनी क्षमता बढ़ाने और नई नौकरियां पैदा करने पर जोर देना चाहिए, ताकि लोगों की आमदनी बढ़े और अर्थव्यवस्था की मांग को और सुधारा जा सके। उन्होंने कहा कि भारत के पास दुनिया की फैक्ट्री बनने का मौका है और उद्योगों को विनिर्माण क्षेत्र में जमकर निवेश करना चाहिए। हमें आत्मनिर्भर बनने के लिए आयात पर निर्भरता घटानी होगी। उद्योगों को समझना होगा कि नया भारत क्या चाहता है और उस दिशा में आगे बढ़ने के लिए थोड़े जोखिम भी उठाने होंगे। इस दौरान वैश्विक आपूर्ति शृंखला में आ रही बाधाओं का असर भी दिखेगा, तमाम चुनौतियों के बावजूद भारत सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश बना हुआ है।