नई दिल्ली। केंद्र सरकार घरेलू कामगारों के आंकड़े जुटाने के लिए पहली बार पूरे देश में सर्वे करा रही है। केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने घरेलू कामगारों पर अखिल भारतीय सर्वे के फील्डवर्क को हरी झंडी दिखाई। यह सर्वे 37 राज्यों के 742 जिलों में किया जाएगा। इसके नतीजे एक साल के भीतर आ सकते हैं। केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि सर्वे में देशभर के 5.5 लाख परिवारों के आंकड़ें शामिल होंगे। इसमें सभी तरह की घरेलू सेवाओं जैसे रसोइया, ड्राइवर, घर की देखभाल, ट्यूशन शिक्षक (बच्चों के लिए) और चौकीदार आदि को शामिल किया जाएगा। ई-श्रम पोर्टल के मुताबिक पंजीकृत 8.56 करोड़ असंगठित श्रमिकों में 8.8 फीसदी (75.33 लाख) घरेलू कामगार हैं। श्रम सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि अगर हम 38 करोड़ असंगठित कामगारों को ई-श्रम पोर्टल से जोड़ लेते हैं तो देश में घरेलू कामगारों की संख्या तीन से साढ़े तीन करोड़ हो जाएगी। कृषि और निर्माण क्षेत्र के बाद घरेलू कामगार श्रमिकों की तीसरी सबसे बड़ी श्रेणी है।