जम्मू कश्मीर। पुलवामा हमले की तीसरी बरसी पर लेथपोरा स्थित सीआरपीएफ कैंप में सभी चालीस शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। जवानों और अधिकारियों और अन्य ने बहादुर जांबाजों को याद किया। सभी ने घाटी से आतंकवाद खत्म करने का भी संकल्प लिया।
अधिकारियों ने कहा कि देश इन वीर जवानों की शहादत को कभी भुला नहीं सकता। सोमवार को हुए समारोह में एडीजी दलजीत सिंह चौधरी समेत अधिकारी हुए। इसके अलावा घटना स्थल पर भी अफसरों ने शहीदों को नमन किया।
14 फरवरी 2019 को 78 वाहनों के सीआरपीएफ के काफिले में शामिल पांचवें नंबर की बस को जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर ने अपनी विस्फोटक से भरी एसयूवी से टक्कर मार कर उड़ा दिया था। इसमें 40 जवान शहीद हो गए थे।
इस काफिले में 2500 जवान शामिल थे। पुलवामा हमले के तुरंत बाद, भारतीय वायु सेना ने 26 फरवरी, 2019 को पाकिस्तान के बालाकोट में हवाई हमले कर आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया था।