हरियाणा। हरियाणा सरकार जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय स्थिरता के लिए विश्वविद्यालयों में शोध कराएगी। ये शोध विवि में चल रहे मौजूदा संकायों से अलग होंगे। इसके लिए सरकार विश्वविद्यालय में जल, वायु, पृथ्वी, जंगल और ऊर्जा क्षेत्र के छह अंतर संकाय शोध केंद्र स्थापित करेगी।
छठा अंतर विषय केंद्र कचरे को उपयोगी उत्पादों में बदलने की प्रक्रिया और प्रौद्योगिकी पर अनुसंधान करेगा। सरकार ने इस तरह के शोध को बढ़ावा देने का खाका तैयार कर लिया है। 2022-23 में इसकी शुरुआत कर दी जाएगी। शोध के जरिये कृषि और जीवनयापन के साधनों पर पड़ रहे जलवायु परिवर्तन के अप्रत्याशित प्रभाव से निपटा जाएगा।
नए अंतर संकाय शोध केंद्र उच्च शिक्षण संस्थानों से शोधकर्ताओं को अपनी ओर आकर्षित करेंगे। केंद्रों की स्थापना व शोध के लिए बजट का प्रावधान सरकार मुहैया कराएगी। इस कार्य के लिए विश्वविद्यालयों कर चयन प्रतिस्पर्धा के आधार पर किया जाएगा। इसमें सरकारी और निजी विवि प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।