नई दिल्ली। जल की कमी का संकट न केवल भारत बल्कि दुनिया के लगभग सभी देशों की एक विकट समस्या बन चुका है। ऐसे में लोगों को जल का महत्व बताने और कैसे अलग-अलग तरीकों से इसे संरक्षित किया जा सकता है, इसके लिए विश्व जल दिवस मनाया जाता है। हर साल विश्व जल दिवस के मौके पर कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होता है।
दुनिया को पानी की जरूरत से अवगत कराने के मकसद से संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्व जल दिवस मनाने की शुरूआत की गई थी। साल 1992 में ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में आयोजित यूनाइटेड नेशंस कॉन्फ्रेंस ऑन एनवायरमेंट एंड डेवलपमेंट (UNCED) में विश्व जल दिवस को मनाने का प्रस्ताव पारित किया गया था। विश्व जल दिवस पर भारत में भी लोग जागरुकता पैदा कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर जहां लोग विश्व जल दिवस पर बधाई दे रहें हैं, वहीं लोगों से इसके संरक्षण की अपील भी कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने देश के पहले बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग मंच कू ऐप पर लिखा कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए पानी बचाएं।