हिमाचल प्रदेश। भारत सरकार के काउंसिल ऑफ आर्किटेक्चर ने बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर में दाखिला प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। आर्किटेक्चर की पढ़ाई करने के इच्छुक विद्यार्थियों को बड़ी राहत देते हुए काउंसिल अब साल में तीन बार प्रवेश परीक्षा लेगी। यह परीक्षा इसी साल 12 जून, 3 जुलाई और 24 जुलाई को होगी। इससे पूर्व परीक्षा साल में दो बार ही होती थी।
वर्तमान में देशभर में 465 के करीब स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर चल रहे हैं। साल में तीन प्रवेश परीक्षाओं के अलावा काउंसिल ने राज्य सरकार से वित्त पोषित आर्किटेक्चर संस्थानों में दाखिलों की प्रक्रिया में भी बदलाव किया है। राज्य सरकार से वित्त पोषित आर्किटेक्चर संस्थानों में अब दाखिले जेईई की प्रवेश परीक्षा के आधार पर नहीं होंगे। इस शैक्षणिक सत्र से संस्थानों में केवल राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले नेशनल एप्टीट्यूड टेस्ट इन आर्किटेक्चर (नाटा) की मेरिट के आधार पर ही दाखिले मिलेंगे।
हालांकि एनआईटी आईआईटी और स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर सहित केंद्र सरकार से वित्त पोषित संस्थानों में दाखिले पूर्व की भांति नाटा और जेईई-दो परीक्षा की मेरिट के आधार पर ही मिलेंगे। हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय के अधीन नगरोटा बगवां में स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर में 40 सीटें सृजित हैं। वर्तमान में यहां पर करीब 175 विद्यार्थी शिक्षा हासिल कर रहे हैं।