नई दिल्ली। सहारा न्यूज नेटवर्क के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं एडिटर इन चीफ उपेन्द्र राय को पत्रकारिता के क्षेत्र में सत्य के लिए समर्पण और साहस के लिए ब्रिटिश पार्लियामेंट के उच्च सदन (हाऊस आफ लार्ड्स) के चोलमोंडेली कक्ष में सम्मानित किया गया। यह सम्मान हाऊस आफ लार्ड्स के सदस्य लार्ड जान बेकेट टेलर (लार्ड टेलर आफ वारविक) ने बड़ी-बड़ी हस्तियों तथा भारतीय मूल के लोगों से भरी सभा में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच दिया। इस दौरान उन्होंने श्री राय की पत्रकारिता के क्षेत्र में हासिल की गई उपलब्धियों की चर्चा करते हुए जम कर तारीफ की। गाजीपुर जिले के मुहम्मदाबाद क्षेत्र के शेरपुर के मूल निवासी उपेन्द्र राय की इस बड़ी उपलब्धि पर गांव समेत पूरे जनपद में हर्ष की लहर व्याप्त है। बता दें कि तीन साल पहले वर्ल्ड बुक आफ रिकार्ड की ओर से भी उन्हें निर्भिक पत्रकारिता के लिए एक बड़े सम्मान से नवाजा जा चुका है।
लंदन के हाउस ऑफ लार्ड्स में आयोजित एक भव्य समारोह में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए श्री राय ने राष्ट्रभाषा हिंदी की अहमियत पर काफी जोर दिया। जय हिंद और जय भारत से अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए सबसे पहले उन्होंने हिन्दी को लेकर अपने अनुभव को साझा किया। कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह राष्ट्रभाषा के प्रयोग तथा बढ़ावा को लेकर काफी गंभीर है। अधिकतर देशी-विदेशी सभाओं में वह लोग अपना संबोधन हिंदी में देते है।
उन्होंने अमित शाह के हिंदी प्रेम का भी उल्लेख करते हुए बताया कि गृह मंत्री बनने के बाद उनके एक सीनियर अफसर ने उन्हे अंग्रेजी में पत्र लिखा तो उन्होंने पत्र यह कह कर वापस कर दिया कि अगर यह पत्र हिंदी में होता तो मुझे बहुत खुशी होती। श्री राय ने आगे कहा कि कहीं भी हिंदी बोलने में हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए और जब बहुत जरूरी हो तभी अंग्रेजी का प्रयोग किया जाना चाहिए। बताया कि अंग्रेजी जानना बहुत जरूरी है लेकिन हर जगह बोलना उतना आवश्यक नहीं है जहां हिंदी में काम हो जाय। हमारी मातृभाषा हिंदी एक बहुत समृद्ध भाषा है, इसको हर स्तर पर बढ़ावा देना चाहिए। ब्रिटेन की राजधानी लंदन में मिले इस सम्मान को उन्होंने एक उपलब्धि बताते हुए आयोजकों को खुले हृदय से धन्यवाद दिया। इस सम्मान के बाद सहारा इंडिया परिवार भी एक वैश्विक पहचान लेकर उभरा है। विनम्र, हंसमुख और मिलनसार स्वभाव के उपेंद्र राय की यह खासियत है कि वह बहुत जल्द लोगों के हृदय में अपनी छाप छोड़ देते हैं।