नई दिल्ली। अग्निपथ योजना के खिलाफ देशभर में जारी विरोध प्रदर्शन और मुकदमाबाजी होने के बावजूद वायुसेना ने ‘वायुवीरों’ की भर्ती के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दिया। पहले दिन वायुवीरों की भर्ती के लिए करीब चार हजार पंजीकरण युवाओं में उत्साह सकारात्मक संकेत है। वायुवीरों की भर्ती के लिए आनलाइन पंजीकरण पांच जुलाई तक किया जा सकेगा। परीक्षा 24 जुलाई को होगी।
इसमें सिर्फ आनलाइन पंजीकरण कराने वालों को ही परीक्षा में बैठने का मौका मिलेगा। वैसे तो केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद तीनों सेनाओं की ओर से भर्ती की अधिसूचना जारी हो गयी है, परन्तु आवेदन पंजीकरण शुरूआत पहले वायुसेना ने की है। थल सेना और नौसेना भी शीघ्र ही पंजीकरण शुरू करेंगे।
अग्निपथ योजना के तहत 17 वर्ष छह माह से लेकर 21 वर्ष के युवाओं को तीनों सेनाओं में भर्ती की जाएगी लेकिन कोरोना के कारण अग्निवीरों की भर्ती के पहले साल उम्र सीमा में दो साल की छूट दी गई है। जिससे 23 साल तक के युवा आवेदन कर सकते हैं। अग्निपथ योजनान्तर्गत युवाओं को चार वर्षों के लिए सेना में सेवा का प्रावधान किया गया है।
जिसमें आकर्षक वेतन और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था है। इसमें भर्ती युवाओं में से 25 प्रतिशत अग्निवीरों को आगे भी सेवा का अवसर दिया जाएगा। शेष लोग जो देय धनराशि के साथ मुक्त किये जाएगे उन्हें अनेक राज्यों, स्वराष्ट्र मंत्रालय के अधीन अर्धसैनिक बलों में सेवा के लिए प्राथमिकता मिलेगी।
सरकार की यह योजना युवाओं के हित में है जिससे विपक्षी बौखलाए हैं और वह इसकी आलोचना करते हुए लोगों को न सिर्फ भ्रमित कर रहे हैं, बल्कि हिंसक प्रदर्शन के लिए उकसा रहे हैं, क्योंकि उनके हाथ से सरकार के विरुद्ध बेरोजगारी का एक बड़ा मुद्दा मुट्ठी में रेत की तरह हाथ से निकलता दिख रहा है। वायुवीरों की भर्ती के लिए पहले दिन का पंजीकरण सरकार के लिए सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। इससे जहां एक ओर योजना के विरोध पर अंकुश लगेगा वहीं दूसरी ओर अन्य युवाओं को प्रोत्साहित करने का अवसर मिलेगा।