नई दिल्ली। लगातार व्यस्त हो रही तथा एकाकी परंपरा को बेहतरीन मानने वाली आगामी पीढ़ी के बीच अपना जीवन सम्मानजनक ढंग से बिताने के लिए आवश्यक है कि आपके पास एक अच्छी खासी रकम हो। इस समय महंगाई को आलम है उसमें पैसा जोड़ना कठिन होता जा रहा है। लेकिन भविष्य के लिए पैसा जोड़कर उसे सुरक्षित रखना बहुत जरूरी है।
हालांकि प्राइवेट नौकरी करने वालों को यह काम इतना आसान नहीं होता। उच्च मुद्रास्फीति दीमक की तरह आपके सेवानिवृत्ति कोष को काफी हद तक खत्म कर सकती है। ऐसे में मासिक पेंशन की यह एक अच्छी योजना आपकी बहुत सहायता कर सकती है। राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) योजना बेहतर रिटर्न देती है और पेंशन के रूप में हर महीने एक निश्चित आय भी देगी। इस योजना में हर महीने 10 हजार रुपये लगाकर बाद में 1.5 लाख रुपए प्रतिमाह पेंशन पा सकते हैं।
सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त और इक्विटी से जुड़ी राष्ट्रीय पेंशन योजना नागरिकों को वृद्धावस्था सुरक्षा प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई एक पेंशन-सह-निवेश योजना है। एनपीएस सुरक्षित और बाजार- आधारित रिटर्न के माध्यम से आपको रिटायरमेंट की योजना बनाने के लिए एक आकर्षक अवसर तो देती ही है, साथ ही बचत भी कराती है।
पीएफआरडीए द्वारा बनाया गया नेशनल पेंशन सिस्टम ट्रस्ट (एनपीएसटी) एनपीएस के तहत सभी संपत्तियों का रजिस्टर्ड ऑनर होता है। इसमें इक्विटी का होना निवेश की लंबी अवधि के कारण रिटर्न को बढ़ाता है। निवेशकों को परिपक्वता मूल्य की 40 फीसदी एन्युटी खरीदने की आवश्यकता होती है। एन्युटी इस बात की गारंटी देती है कि हर महीने एक निश्चित राशि मिलती रहे।
वहीं परिपक्वता के समय अधिकतम 60 फीसदी धन की निकासी कर सकते हैं। इस प्रकार आपको एकमुश्त लाभ और नियमित मासिक पेंशन दोनों की सुविधा मिलती है। 60:40 इक्विटी और लोन अनुपात के साथ एनपीएस में आसानी से 10% का वार्षिक रिटर्न हासिल किया जा सकता है।
एनपीएस कैलकुलेटर के अनुसार, एनपीएस खाते में 30 साल की अवधि के लिए 10,000 रुपये के मासिक निवेश को 60:40 इक्विटी के साथ ऋण अनुपात में रखने पर मच्योरिटी पर 1,36,75,952 रुपये एकमुश्त मिलेंगे। साथ ही 45,587 रुपये पेंशन मिलेगी। अगर आप 25 साल की अवधि के लिए 1,36,75,952 परिपक्वता राशि के साथ एक व्यवस्थित निकासी योजना (एसडब्ल्यूपी) में निवेश करते हैं तो आपको प्रति माह अतिरिक्त 1.03 लाख रुपये मिलेंगे, जिससे कुल मासिक पेंशन 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष हो जाएगी।