ब्यूटी टिप्स। डल और झुर्रियों वाला फेस किसी को अच्छा नहीं लगता। उम्र से पहले फेस पर होने वाले बदलाव तनाव का कारण भी बन सकते हैं। उम्र के पहले फेस पर डलनेस प्रदूषण, सन डैमेज और अनहेल्दी डाइट की वजह से हो सकती है। फेस को ब्राइट और ग्लोइंग बनाने के लिए मार्केट में कई ब्यूटी प्रोडक्ट मौजूद हैं जिसके प्रयोग से इंस्टैंट रिलीफ मिल सकता है लेकिन लॉन्ग टर्म में इसके कई नुकसान भी देखे जा सकते हैं।
फेस को आकर्षक बनाने के लिए प्राकृतिक चीजों का प्रयोग अधिक फायदेमंद हो सकता है इसके लिए आयुर्वेद का सहारा लिया जा सकता है। आयुर्वेद में कई बेहतरीन नुस्खे हैं जो डल स्किन को एक्सफोलिएट कर जवां बना सकते हैं।
बार-बार फेशियल न कराएं:-
कई लोग फेस को यंग बनाने के लिए बार-बार फेशियल करवाते हैं। अधिक फेशियल कराने से फेस की मांसपेशियां सिकुड़ जाती हैं। अधिक फेशियल कराने से मांसपेशियां बार-बार सिकुड़ती हैं जिस वजह से फेस पर लाइंस पड़ने लगती है जो धीरे-धीरे रिंकल्स में तब्दील हो जाती हैं। फेस को ग्लोइंग बनाने के लिए फेशियल की बजाय क्लीनअप कराया जा सकता है।
तीनों गुणों की देखभाल:-
फेस को यंग बनाए रखने के लिए आयुर्वेद तीनों गुणों वात, पित्त और कफ द्वारा स्किन की देखभाल की जानी चाहिए। तीनों गुणों में असंतुलन के कारण स्किन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। वात के लिए स्किन को नरिश और डाइड्रेट करना चाहिए। वहीं पित्त को कम करने के लिए फेस पर डेली सनस्क्रीन का प्रयोग करें। इसके अलावा कफ के लिए गर्म तेल से स्किन की मसाज करें।
पानी का सेवन बढ़ाएं:-
पानी शरीर को हाइड्रेटेड और तरोताजा रखता है साथ ही स्किन की इलास्टिसिटी बढ़ाने में मदद करता है। जो लोग पानी का अधिक सेवन करते हैं उनके निशान, झुर्रियां और लाइंस कम होती हैं। वहीं जो लोग कम पानी का सेवन करते हैं उनका फेस डल और मुर्झाया हुआ लगता है।
हल्दी का करें यूज:-
हल्दी का प्रयोग इम्यूनिटी बूस्ट करने, कट और दर्द को कम करने के लिए किया जाता है। हल्दी स्किन को ग्लोइंग बनाने का काम कर सकती है। इसमें पाए जाने वाले करक्यूमिन में एंटी-एजिंग गुण होते हैं तो फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं और स्किन को हानिकारक यूवी किरणों से बचाती है।