योग। पाचन का स्वस्थ रहना संपूर्ण शरीर को फिट रखने के लिए आवश्यक माना जाता है। शरीर को काम करने लिए पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करने के साथ भोजन से पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाने के लिए पाचन अंगों का ठीक से काम करते रहना जरूरी है। लिवर-किडनी जैसे अंग शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी मददगार होते हैं। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को पाचन अंगों को स्वस्थ रखने के लिए प्रयास करते रहने की सलाह देते हैं।
पौष्टिक आहार के सेवन के साथ दिनचर्या में योग-व्यायाम को शामिल करना पाचन अंगों को बेहतर ढंग से काम करते रहने में सहायक है।
योग विशेषज्ञ बताते हैं, दिनचर्या में योग के अभ्यास को शामिल करना शरीर के लिए कई प्रकार से लाभकारी हो सकता है। कुछ योग के अभ्यास, विशेष रूप से पाचन अंगों को लक्षित करके उनकी कार्यक्षमता को बढ़ावा देने में मददगार होते हैं। रोजाना योग के अभ्यास की आदत बनाने से पाचन के साथ संपूर्ण स्वास्थ्य को लाभ मिल सकता है। आइए जानते हैं पाचन के लिए लाभदायक योगासन-
पाचन के लिए योगासनों के लाभ:-
- योग से पाचन अग्नि उत्तेजित होती है। इससे भूख बढ़ती है और मेटाबॉलिज्म संतुलित रहता है।
- योगासन पेट की मांसपेशियों की मालिश करते हुए शरीर को स्ट्रेच करते हैं।
- योग मल त्याग को आसान बनाता है और कब्ज से राहत मिलती है।
- पाचन अंगों में रक्त का संचार बढ़ जाता है, जिससे पाचन में सहायता मिलती है।
- योग का नियमित अभ्यास वसा के जमाव को भी कम करता है।
नौकासन योग:-
नौकासन योग के नियमित अभ्यास की आदत बनाने से पेट की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। यह पाचन अंगों विशेषकर आंतों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। यह पाचक रसों के स्राव में सुधार करके पाचन को उत्तेजित करता है। नौकासन योग के अभ्यास की आदत बनाने से कब्ज की समस्या दूर होती है।
पश्चिमोत्तानासन योग:-
पश्चिमोत्तानासन को पेट की समस्याओं को दूर करने वाले प्रभावी योगासन के रूप में जाना जाता है। यह पेट के अंगों की मालिश करने के साथपेट की चर्बी को कम करने में लाभकारी है। कब्ज दूर करने और पेट फूलने से राहत पाने के लिए भी इस योग का नियमित अभ्यास करें। पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने से शरीर को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। सभी लोग दिनचर्या में योगासनों को जरूर शामिल करें।