इम्यूनिटी बूस्ट करने में ये हर्बल चाय हैं बेहद असरदार

हेल्‍थ। अधिकतर लोग चाय के शौकीन होते हैं। चाय हमारी सेहत के लिए फायदेमंद है या नुकसानदायक। इसको लेकर कई अध्ययन हुए जिनमें विशेषज्ञों ने अलग-अलग प्रकार की चाय के सेहत पर प्रभावों के बारे में बताया है। आहार विशेषज्ञ के अनुसार चाय में हम किन-किन चीजों को शामिल करते हैं और इसका सेवन किन स्वास्थ्य स्थिति वाले लोग कर रहे हैं, इसके आधार पर चाय से होने वाले फायदे और नुकसान का अंदाजा लगाया जाता है।

अध्‍ययन में पाया गया कि सप्ताह में तीन बार या उससे अधिक चाय पीने वाले लोगों की जीवन अवधि लंबी हो सकती है। चाय, खास पौधों की पत्तियों से तैयार होती है जिसमें कई प्रकार के गुण हो सकते हैं, हालांकि इसमें अधिक मात्रा में चीनी मिलाकर सेवन करने से नुकसान भी हो सकता है। चाय में कुछ घरेलू औषधियों को मिलाकर इसका सेवन करने से शरीर की इम्‍यूनिटी बूस्‍ट करने में मदद हो सकती है। इसके अलावा कुछ विशेष प्रकार की चाय का भी पारंपरिक चिकित्सा में भी जिक्र मिलता है। तो आइए ऐसी ही कुछ चायों के सेवन से होने वाले लाभ के बारे में जानते हैं।

ग्रीन-टी  :-
ग्रीन-टी कई प्रकार से स्‍वास्‍थ्‍य के लिए विशेष लाभकारी मानी जाती है, विशेष रूप से इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और पॉलीफेनोल कैंसर, टाइप-2 डायबिटीज और हृदय रोग जैसी इंफ्लामेटरी और क्रोनिक बीमारियों को दूर करने के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।  अध्‍ययन से पता चला है कि ग्रीन-टी का सेवन करने वालों में कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने का जोखिम कम होता है। सेहत के लिए इसके विशेष लाभ हो सकते हैं।

ब्लैक टी  :-
अध्ययनकर्ताओं ने ब्लैक टी को भी सेहत के लिए विशेष लाभकारी बताया है। वैज्ञानिक प्रमाण बताते हैं कि ब्लैक-टी का सेवन संज्ञानात्मक क्षमता में कमी, इंफ्लामेशन, हृदय रोग, मधुमेह और कैंसर को रोकने में भूमिका निभा सकती है। एक अध्‍ययन  में पाया गया कि नियमित रूप से काली चाय पीने से लोगों में डेमेंशिया जैसे तंत्रिका संबंधी विकारों के विकसित होने का कम जोखिम होता है।

अदरक वाली चाय :-
भारत में अदरक वाली चाय का सबसे ज्यादा चलन है। इसमें डाली जाने वाली औषधियां जैसे लौंग, इलाइची, काली मिर्च, तुलसी आदि को बेहद स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है। अदरक वाली चाय मॉर्निंग सिकनेस, सिरदर्द और पेट की समस्याओं से राहत दिलाने में फायदेमंद हो सकती है। अदरक अपने औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है, इससे मतली और उल्टी की समस्या में फायदा मिल सकता है।

गुड़हल की चाय :-
सूखे गुड़हल के पत्तों और पंखुड़ियों से बनी चाय को पारंपरिक चिकित्सा में विशेष लाभकारी पाया गया है। अध्‍ययन  में पाया गया है कि छह सप्ताह तक नियमित रूप से गुड़हल की चाय पीने से वयस्कों में ब्लड प्रेशर कम करने में मदद मिल सकती है। गुड़हल को पाचन ठीक रखने और मोटापे को कम करने वाले औषधि के तौर पर जाना जाता है, ऐसे में इस के सेवन से वजन कम करने में भी फायदेमंद हो सकता है।

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