केरल। बुधवार को G20 की हेल्थ वर्किंग ग्रुप की बैठक केरल के तिरुवनंतपुरम में आयोजित हुई। इस बैठक में भारत की स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीन पवार ने कहा कि स्वास्थ्य, G20 एजेंडे का अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि भारत की अध्यक्षता में, पूर्व में हेल्थ वर्किंग ग्रुप की बैठकों में जो प्रस्ताव पेश किए गए, उन्हें पूरा करने पर फोकस रहेगा। स्वास्थ्य राज्यमंत्री ने कहा कि सदी में एक बार आने वाली महामारी के दौरान, G20 के सदस्य देश, परस्पर सहयोग, सभी को अच्छी सेहत देने के उद्देश्य की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं।
G 20 देशों के हेल्थ वर्किंग ग्रुप का गठन वर्ष 2017 में जर्मनी की अध्यक्षता में किया गया था। जिसके तहत G 20 देश स्वास्थ्य इमरजेंसी को कम करने की दिशा में काम कर रहे हैं। भारती प्रवीन पवार ने कहा कि हम जानते हैं कि महामारी को रोकने के लिए रोकथाम, तैयारी और प्रतिक्रिया के लिए कई शेयरधारकों और विभिन्न विभागों के बीच समन्वय की आवश्यकता होती है।
G 20 देशों की पहली हेल्थ वर्किंग ग्रुप की बैठक 18-20 जनवरी को केरल के तिरुवनंतपुरम में हो रही है। भारत की अध्यक्षता में जी20 के हेल्थ वर्किंग ग्रुप की चार बैठकें और एक बैठक स्वास्थ्य मंत्री स्तर की होगी। यह बैठकें तिरुवनंतपुरम, गोवा, हैदराबाद, गांधीनगर में आयोजित की जाएंगी। इन हेल्थ वर्किंग ग्रुप की बैठकों में मेडिकल वैल्यू ट्रैवल और डिजिटल हेल्थ पर फोकस किया जाएगा। G 20 की हेल्थ वर्किंग ग्रुप की बैठक में यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज और हेल्थकेयर सर्विस डिलीवरी में सुधार के लिए डिजिटल हेल्थ इनोवेशन और सॉल्यूशन पर जोर दिया गया। साथ ही सुरक्षित, प्रभावी और सस्ती चिकित्सा तक पहुंच के लिए फार्म्यास्यूटिकल क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने पर फोकस किया जाएगा।