लखनऊ। अयोध्या में राममंदिर के निर्माण और वाराणसी में विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण सहित अन्य धार्मिक स्थलों के विकास से प्रदेश में बढ़ते धार्मिक पर्यटन ने भी वैश्विक निवेश सम्मेलन (इंवेस्टर्स समिट) में आए निवेशकों को अपनी ओर खींचा है।
इसका नतीजा ये हुआ है कि अयोध्या, काशी, मथुरा, चित्रकूट, सीतापुर, मिर्जापुर और प्रयागराज जैसे 7 प्रमुख धार्मिक शहरों में 4 लाख 14 हजार करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि यदि ये निवेश प्रस्ताव जमीन पर उतरे तो 4.35 लाख से अधिक युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। दरअसल धार्मिक स्थलों के विकास से इन स्थानों पर जिस तरह से पर्यटकों की संख्या बढ़ी है, उसी अनुपात में इन शहरों में छोटे-छोटे रोजगार के अनेक रास्ते भी खुले हैं। इस प्रकार की संभावनाओं को देखते हुए ही काशी में 37224 करोड़ के 434 निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
अनुमान है कि इससे 1.35 लाख लोगों को रोजगार से जोड़ा जा सकेगा। इसी प्रकार मिर्जापुर में 64010 करोड़, मथुरा में 23798 करोड़ निवेश के जरिए 50387, चित्रकूट में 63059 करोड़ निवेश के जरिए 78471 और प्रयागराज में 53152 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव के माध्यम से 67033 लोगों के लिए रोजगार के रास्ते खुलने का अनुमान है।