पैरेंटिंग। बच्चों की अच्छी परवरिश करने के लिए अधिकतर माता-पिता हर मुमकिन कोशिश करते हैं। हालांकि इसके बावजूद कई बार बच्चे जिद्दी बन जाते हैं। वहीं बच्चों के जिद्दी स्वाभाव से पेरेंट्स भी काफी परेशान रहने लगते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बच्चों को जिद्दी बनाने के पीछे पेरेंट्स की कुछ गलतियां भी जिम्मेदार हो सकती हैं। ऐसे में इन गलतियों को अवॉयड करके आप बच्चों की जिद करने की आदत आसानी से छुड़वा सकते हैं।
बच्चों के जिद करने पर पेरेंट्स अक्सर बच्चों को ब्लेम करके अपनी गलतियों से पल्ला झाड़ लेते हैं। हालांकि जाने-अंजाने पेरेंट्स अपनी कुछ आदतों से ही बच्चों की जिद को बढ़ावा देने लगते हैं। इसलिए हम आपसे शेयर करने जा रहे हैं कुछ बेहतरीन पैरेंटिंग टिप्स, जिसे फॉलो करके आप बच्चों के जिद्दी स्वभाव से मिनटों में छुटकारा पा सकते हैं।
हर ख्वाहिश पूरी करने से बचें :-
अधिकतर पेरेंट्स बच्चों की हर ख्वाहिश पूरी करने की कोशिश करते हैं। ऐसे में बच्चों को मुंह मांगी चीज मिलने की आदत पड़ जाती है। वहीं बाद में माता-पिता द्वारा किसी चीज के लिए इंकार करने पर बच्चे जिद करने लगते हैं। इसलिए बच्चों के लिए एक लिमिट सेट कर दें और उनको आवश्यकता से अधिक कोई चीज ना लाकर दें।
टाइम स्पेंड करें :-
कई बार माता-पिता अपनी व्यस्त दिनचर्या के कारण बच्चों के साथ समय नहीं बिता पाते हैं। ऐसे में टाइम पास करने के लिए बच्चे फिजूल चीजें खरीदने की जिद करने लगते हैं। इसलिए बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय व्यतीत करें। इस दौरान उन्हें सही और गलत की सीख देना ना भूलें। इससे बच्चे फालतू चीजें लेने की जिद नहीं करेंगे।
बच्चों के साथ रहें विनम्र :-
बच्चों को डिसिप्लिन सिखाने के लिए कुछ पैरेंट्स काफी सख्ती से पेश आते हैं। जिसके चलते पेरेंट्स बच्चों की जरूरत को समझने में विफल हो जाते हैं। ऐसे में बच्चे अपनी मनचाही चीज पाने के लिए जिद का सहारा लेना बेहतर समझते हैं। इसलिए बच्चों के साथ हमेशा प्यार से पेश आएं और उनकी जरूरतों को भी समझने की कोशिश करें।
परेशानियों को ना करें नजरअंदाज :-
कई बार माता-पिता बच्चों की जरूरत को जानबूझकर अनदेखा कर देते हैं। वहीं बच्चों के बार-बार कहने पर भी माता पिता उनकी जरूरतों को कल पर टालने लगते हैं। जिसके चलते बच्चे जिद से अपनी बात मनवाने की कोशिश करते हैं। इसलिए बच्चों की परेशानियों को नजरअंदाज बिल्कुल ना करें और उसे जल्द से जल्द सॉल्व करने की कोशिश करें।
रोक-टोक ना करें :-
बच्चों को बिगड़ने से बचाने के लिए माता-पिता बच्चों के हर काम में दखल देने लगते हैं। ऐसे में कई बार माता-पिता बच्चों से बेमतलब के सवाल भी पूछ लेते हैं। जिससे ना सिर्फ बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ता है बल्कि बच्चा जिद्दी भी बन सकता है।