नई दिल्ली। गुरुवार को संसद के बजट सत्र के दौरान लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। बजट सत्र का दूसरा हिस्सा हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष ने अदाणी समूह से जुड़े मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति गठित किए जाने की मांग को लेकर हंगामा किया तो सरकार की तरफ से लोकतंत्र को लेकर लंदन में राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर मांफी की मांग पर हंगामा किया। गुरुवार को भी सदन की कार्यवाही शुरू होने पर काले कपड़े पहने कांग्रेस नेताओं सहित कुछ विपक्षी दलों के सांसद आसन के पास आ गए और जेपीसी की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। MoS संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि लोकसभा की 34% उत्पादकता और राज्यसभा की 24.4% उत्पादकता बजट सत्र के दूसरे चरण के दौरान दर्ज की गई।
राज्यसभा में भी विभिन्न मुद्दों को लेकर हंगामा जारी रहा। इस वजह से सदन की कार्यवाही शुरू होने के महज सात मिनट बाद ही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इसके बाद जब कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो भी स्थिति पहले जैसी ही रही। भारी हंगामे के बीच उच्च सदन की कार्यवाही भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे की वजह से उच्च सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सके।