ये नेचुरल दातून हैं बड़े कमाल के, दांतो के साथ ही जीभ को भी रखते हैं दुरुस्त

काम की खबर। औषधीय गुणों से भरपूर नीम का पेड़ सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। प्राचीन काल से इसका प्रयोग बेहतर स्वास्थ्य के लिए किया जा रहा है। इसका एक बड़ा फायदा दांतों की अच्छे से सफाई करना भी है। वैसे तो बाजार में दांतों को मजबूत बनाए रखने का दावा करने वाले कई टूथपेस्ट और हर्बल टूथपेस्‍ट मिल जाते हैं, लेकिन औषधीय गुणों से भरपूर दातून के अलग ही फायदे हैं। दांतों की सफाई के लिए नीम के पेड़ की एक पतली टहनी का प्रयोग किया जाता है, जिसको दातून कहा जाता है। वैसे तो दातून के लिए कई तरह के पेड़ों की टहनियां इस्‍तेमाल की जा सकती हैं, लेकिन नीम, बेर, बरगद और बबूल के दातून काफी फायदेमंद माने जाते हैं। दातून करने से आप अपने दांतों के साथ अपनी जीभ भी साफ कर सकते हैं। तो आइए दातून के बारे में जानते है।

 इन पेड़ों की दातून अधिक फायदेमंद

नीम की दातून

आयुर्वेद में नीम के दातून को सेहत के लिए बहुत फायदेमंद बताया गया है। नीम की दातून नेचुरल माउथफ्रेशनर का भी काम करती है जिससे मुंह से दुर्गध नहीं आती है। ऐसा माना जाता है कि दातून से दांत तो साफ होते ही हैं, साथ ही पाचन क्रिया भी तंदुरुस्‍त होती है। इसका रोजाना इस्तेमाल करने से आंतों की सफाई और ब्लड प्यूरीफाई होता है, साथ ही स्किन से संबंधी रोग भी नहीं होते है।

बबूल की दातून

बबूल की टहनी से बने दातून का इस्‍तेमाल करना भी लोग पसंद करते हैं। माना जाता है कि बबूल का दातून मसूड़ों को भी स्‍वच्‍छ रखता है और दांतों को मजबूती देता है। बबूल में दांतों को असमय ही न गिरने देने का, हिलने न देने का, मसूड़ों से खून न निकलने देने का मुंह के छालों को रोकने का गुण होता है।

बरगद की दातून

बरगद की छाल में दस प्रतिशत टैनिक पाया जाता है। वेदनाहर, वणरोपण, शोथहर, आंखों को ज्योति देने वाला, रक्तरतम्भक व रक्तपित्तहार आदि रोगों में इसका रस उपयोगी होता है। दातून के माध्यम से चूसा जाने वाला रस मुंह को सभी प्रकार से सुरक्षित रखता है।

बेर की दातून

बेर के पेड़ की टहनी से बना दातून भी जहां दांतों के लिए काफी फायदेमंद होता है, वहीं इससे गले की खराश आदि भी दूर होती है और आवाज साफ होती है।

दातून के फायदे
किसी भी पेड़ की दातून करने से सेहत को कई फायदे होते हैं। माना जाता है कि यदि आप नियमित दातून करते हैं तो दांतों में कीड़ा नहीं लगता है। इसके पीछे वजह यह है कि दातून पूरी तरह से प्राकृतिक औेर किटाणुनाशक होता है। इसके इस्तेमाल से अच्‍छी तरह से दांत और जीभ अंदर तक साफ हो जाते हैं। ऐसे में दांतों का कीड़ों से बचाव रहता है।

दांतों की दिक्कतें होंगी दूर
नियमित दातून करने से दांतों से जुड़ीं कई समस्‍याएं दूर हो जाती हैं। बदलते लाइफस्‍टाइल में कुछ भी और कभी भी खा लेना दांतों को नुकसान पहुंचा रहा है। इसके चलते दांतों में कई तरह की दिक्‍कतें हो रही हैं। ऐसे में पायरिया की समस्या भी होना आम हो गया है। लेकिन दातून के इस्‍तेमाल से इस समस्‍या से बचाव रहता है। इसके अलावा नीम की दातून करने से मसूड़े स्‍ट्रांग होते है।

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