बागलकोट। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कर्नाटक के बागलकोट में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होने राज्य में पीएफआई की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की कोशिशों की प्रशंसा की। कर्नाटक में बीजेपी के लिए प्रचार करते हुए अमित शाह इस रैली के दौरान कहा कि राज्य पीएफआई से बुरी तरह प्रभावित था और कांग्रेस ने पिछले 70 वर्षो से इसके बारे में कुछ नहीं किया। जबकि पीएम मोदी ने एक सुबह ‘उन सभी’ को जेल में डाल दिया। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बारे में गृह मंत्री द्वारा कहा गया कि यह विधानसभा चुनाव केवल एक विधायक चुनने के लिए नहीं बल्कि राज्य के भविष्य को पीएम मोदी के हाथों में सौंपने के लिए है।
उन्होने कहा कि यह कर्नाटक को एक विकसित राज्य बनाने और यहां राजनीतिक स्थिरता लाने का चुनाव है। यदि कांग्रेस कर्नाटक में सत्ता में आती है, तो राज्य में भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण की राजनीति, पारिवारिक राजनीति और दंगे हमेशा चरम पर होंगे। गृह मंत्री ने बागलकोट में जनता दल पर भी जोरदार निशाना साधते हुए उन्होने कहा कि JD(S) को वोट देने का मतलब अपना वोट कांग्रेस को देना है। यदि आप नहीं चाहते कि आपका वोट कांग्रेस को जाए तो कर्नाटक के समग्र विकास के लिए बीजेपी को वोट दें।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भाजपा के कुछ नेताओं के कांग्रेस में जाने के बाद उनको लगता है कि इससे कांग्रेस को बहुत बड़ा फायदा होने वाला है। लेकिन ऐसा कुछ नही होगा। अमित शाह ने कहा कि ‘जब आप बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए नेताओं के भरोसे चुनाव लड़ते हैं तो यह साफ तौर से दिखाता है कि आपकी पार्टी में दिवालियापन है।’ कर्नाटक सरकार के मुसलमानों के लिए 4% ओबीसी आरक्षण को खत्म करने के फैसले पर केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हमारा मानना है कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए।