Varanasi News: 25 मई से 3 जून तक उत्तर प्रदेश के चार शहरों में आयोजित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के तीसरे संस्करण का शनिवार शाम वाराणसी में समापन हो गया। इस अवसर पर सीएम योगी स्वयं उपस्थित रहे। ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे के कारण सीएम के निर्देश पर समापन समारोह को सादगी के साथ मनाया गया। इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि खिलाड़ियों ने गर्मी की परवाह किए बगैर जिस तरह पूरी तत्परता से इस आयोजन में हिस्सा लिया और मेडल जीते, उन सभी को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। जिन्होंने यहां खेल की उत्कृष्ट भावना का परिचय दिया, उनका ह्दय से अभिनंदन करना हूं। विश्वास करता हूं कि अगली प्रतियोगिता में और उत्कृष्ट प्रदर्शन के माध्यम से ये खिलाड़ी मेडल प्राप्त करेंगे। समापन समारोह के दौरान सीएम योगी के सामने कुछ चुनिंदा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ही खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के तीसरे संस्करण के सार के तौर पर एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। समापन समारोह के अंत में सीएम योगी, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर व अन्य अतिथियों ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के तीसरे संस्करण की विजेता टीम पंजाब यूनिवर्सिटी (कुल 69 पदक,26 स्वर्ण, 17 रजत और 26 कांस्य), दूसरे स्थान पर रही गुरुनानकदेव यूनिवर्सिटी अमृतसर (कुल 68 पदक, 24 स्वर्ण, 27 रजत, 17 कांस्य) एवं तीसरे स्थान पर रही जैन यूनिवर्सिटी कर्नाटक (कुल 32 पदक, 16 स्वर्ण, 10 रजत,6 कांस्य) को ट्रॉफी प्रदान की।
सीएम ने प्रतिभागी खिलाड़ियों का बढ़ाया उत्साह
सीएम योगी ने अपने उद्बोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि पिछले 1 सप्ताह के अंदर देश के 108 विश्वविद्यालयों के 4000 से अधिक खिलाड़ियों ने अपने कौशल से, अपने सामर्थ्य से प्रधानमंत्री जी के संकल्पों को ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के साथ ही खेलो इंडिया अभियान को जो गति दी है वह अत्यंत ही अभिनंदनीय है। सीएम ने कहा कि 25 मई को इस आयोजन का शुभारंभ हुआ था और इस दौरान जो अनेक प्रतियोगिताएं हुईं, हर एक जगह का समाचार मिलता था। जानकर प्रसन्नता हुई कि युवाओं के मन में, आम नागरिकों के मन के मन में प्रतियोगिताओं के प्रति अपार सकारात्मक रुख था। यह हम सभी के लिए एक अविस्मरणीय क्षण था और इसकी भव्यता, इसकी दिव्यता और इसकी सफलता, इन युवाओं के उत्साह, खेल के प्रति उनके समर्पण, प्रधानमंत्री जी के संकल्पों को मजबूती प्रदान करने में दिख रहा था। इस अवसर पर जिन भी खिलाड़ियों ने इस पूरे आयोजन में भाग लिया है, जिन्होंने मेडल जीता है, उन सभी को धन्यवाद देता हूं। सीएम योगी ने खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए कहा कि भीषण गर्मी में इन खेलों का आयोजन हो रहा था तो एक चिंता भी थी। यद्यपि हमारी इच्छा थी कि इस कार्यक्रम को फरवरी या मार्च में करें, लेकिन उस समय नगर निकाय इलेक्शन की तैयारी चल रही थी। जब चुनाव संपन्न हुए उसके बाद यह खेल यहां पर एक बहुत शॉर्ट नोटिस में बेहतरीन तरीके से संपन्न हुए हैं।
यूपी के खेल इंफ्रास्ट्रक्चर में हुआ है बड़ा बदलाव
सीएम योगी ने कहा कि हम सब इस बात को जानते हैं कि देश के अंदर खेल प्रतिस्पर्धा एक नई ऊंचाइयों को छूती हुई दिखाई दे रही है। सांसद खेलकूद प्रतियोगिता हो या खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स,या फिर कोई राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता, पिछले 9 वर्षो के अंदर भारत के खिलाड़ियों ने प्रतिभाग करने और मेडल प्राप्त करने का रेट बढ़ा है। खेल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए जो कार्य इस दौरान हुए हैं वह हर एक व्यक्ति के लिए उत्साहजनक है। उत्तर प्रदेश के अंदर भी खेल और युवा कल्याण विभाग के माध्यम से डबल इंजन की सरकार लगातार इस पर कार्य कर रही है। आज सभी ग्राम पंचायतों में खेल का मैदान बनाया जा रहा है। हर विकासखंड स्तर पर मिनी स्टेडियम, जनपद स्तर पर स्टेडियम के निर्माण की कार्यवाही चल रही है। गांव में खेल के मैदान के पास और शहरी क्षेत्र में किसी पार्क में ओपन जिम के निर्माण की कार्यवाही हो रही है तो ग्रामीण क्षेत्र में युवक मंगल दल और महिला मंगल दल को स्पोर्ट्स किट उपलब्ध करवाने के कार्य भी हो रहे हैं। अब तक 65000 से अधिक स्पोर्ट्स किट उत्तर प्रदेश के युवक मंगल दल और महिला मंगल दल को उपलब्ध करवाए जा चुके हैं। हम सब प्रधानमंत्री जी के संकल्प के साथ जुड़कर खेल के माध्यम से भारत के सामर्थ्य को वैश्विक मंच तक पहुंचाने के लिए पूरी तत्परता के साथ लगे हुए हैं और खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स उसका एक उदाहरण है।
दो मिनट का मौन रखकर बालासोर रेल हादसे के मृतकों को दी गई श्रद्धांजलि
समापन समारोह के अवसर पर सीएम योगी समेत उपस्थित सभी अतिथियों, खिलाड़ियों, कोच व अन्य स्टाफ ने ओडिशा के बालासोर रेल हादसे में मारे गए लोगों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान सीएम योगी और अनुराग ठाकुर ने एक बार फिर हादसे में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदना जताई, जबकि घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
इस अवसर पर केंद्र सरकार के सूचना एवं प्रसारण, खेल युवा कल्याण मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, गृह एवं खेल राज्य मंत्री निसीथ प्रमाणिक, प्रदेश सरकार में खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव, मंत्री डॉ. संजय निषाद, रवींद्र जायसवाल, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, विधायक नीलकंठ तिवारी, सौरभ जायसवाल, महापौर अशोक तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य, अपर मुख्य सचिव डॉ. नवनीत सहगल समेत तमाम गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
देश में खेल का सबसे बड़ा मंच बनकर उभरा खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्सः अनुराग ठाकुर
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने इस अवसर पर कहा कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स एक ऐसा मंच है, जहां देश के कोने-कोने के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा और अपने हुनर को दिखा सकें। ये वो मंच है जहां से भविष्य के मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को यहां से तलाश कर हम आगे ले जा सकें। यह देश में खेलों का सबसे बड़ा मंच मिला है, जिसका उत्तर प्रदेश ने सफलता से आयोजन किया है। भारत को खेलों की महाशक्ति बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी ने खेल का बजट तीन गुना से ज्यादा कर दिया है, जबकि 300 से ज्यादा आधारभूत ढांचे बनाए जा रहे हैं। उनमें से एक मॉडर्न फैसिलिटी वाराणसी के सिगरा में भी बनाई जा रही है। यहां ऐसे खिलाड़ी उभरकर आए, जिन्होंने गरीब और सामान्य परिवारों से ताल्लुक होने और अभावों के बावजूद शीर्ष स्तर पर अपना प्रदर्शन किया। योगासन और मल्लखंभ जैसे देशी खेलों ने दिल जीतने का काम किया है। नाडा ने खिलाड़ियों को डोपिंग के प्रति जागरूक किया है। मुश्किल समय था, गर्मी के दिन थे, लेकिन योगी जी और उनकी टीम ने खेलों की मेजबानी में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी।
यूपी के खिलाड़ियों में जगी है आस, यूपी बनेगा खेलों का हबः गिरीश चंद्र यादव
उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के तीसरे संस्करण का आयोजन सौभाग्य की बात रही। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में आयोजित इन खेलों के माध्यम से पूरा प्रदेश उत्साहित है। उत्तर प्रदेश में सीएम योगी पीएम मोदी के सपने को साकार कर रहे हैं। खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। चाहे वो खिलाड़ी के लिए पुरस्कार राशि दोगुना करने की बात हो, खिलाड़ियों को एसी थ्री टायर में यात्रा की सुविधा देने की बात हो, पदक विजेता खिलाड़ियों को नौकरी देने की बात रही हो, 2 परसेंट स्पोर्ट्स कोटे को भरने की बात रही हो या फिर नई खेल नीति बनाने से लेकर खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता देकर खेलों के लिए भेजने का निर्णय लिया गया है। यात्रा करते समय खिलाड़ियों के साथ कोई दुर्घटना होती है तो उसे 5 लाख की व्यवस्था की गई है। निश्चित तौर पर उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों में एक आस जगी है। प्रदेश सरकार की कोशिशों का जल्द ही सकारात्मक परिणाम दिखेगा और उत्तर प्रदेश खेलों का नया हब बनेगा।