Bihar News: रोहतास में बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कहा- जितना बड़ा मन, उतना ही सुख और आनंद

Rohtas News: बिहार के रोहतास जिले के सासाराम में जमुहार स्थित गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्‍य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। यहां संबोधित करते हुए उन्होंने राम-रावण का उदाहरण देते हुए अपनी बात रखी।

अहंकार से घातक कुछ भी नहीं

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि समाज के शिक्षित और स्वरोजगार वाले वर्ग को साथ लेकर इस विश्वविद्यालय की स्थापना गोपाल नारायण सिंह द्वारा की गई है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति यह विश्वविद्यालय समर्पित है। उन्होंने कहा कि ज्ञान के साथ संस्कार भी चाहिए। रावण राम से धनवान व ज्ञानी थे। आज रावण की पूजा नहीं होती, बल्कि संस्कारी राम की पूजा होती है।

उन्‍होंने कहा कि अहंकार से घातक कुछ भी नहीं है। अहंकार रहित जीवन जीने की कोशिश की जाए तो इसका फल सर्वोत्तम होगा। स्वामी विवेकानंद धर्म सभा में अमेरिका गए थे। किसी विदेशी ने उनको देखा और उन पर मुस्कराया। स्वामी विवेकानंद के वस्त्र पर वह हंसा। जब स्वामी जी बोलने के लिए खड़े हुए तो उन्होंने कहा कि आपके यहां दिखावा है। मेरे यहां संस्कार हैं। यह मत भूलना आज जो भी तुम हो वह अपने माता-पिता व गुरु की बदौलत हो।

छोटे मन के व्‍यक्ति को परमानंद अनुभूति नहीं

रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि मिलकर चलने का जो परिणाम होगा, उससे कुछ अतिरिक्त अपने जीवन में अलग दिखेगा। दो लोग मिलकर काम करते हैं तो जो एनर्जी पैदा होती है, वह एक्स्ट्रा एनर्जी है। इसलिए सबको साथ लेकर चलें। छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता। अटल जी की यह उक्ति आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि छोटे मन के व्यक्ति को परमानंद की अनुभूति नहीं होती है। जितना मन को बड़ा रखोगे, उतना ही सुख व आनंद मिलेगा। कहा कि हमारा देश सेक्युलर है, मैं भी मानता हूं। मंदिर और मस्जिद जाना धर्म नहीं है। इस ब्रह्मांड में जड़ व चेतन के अस्तित्व की सुरक्षा परिपालन की गारंटी व विकास व संवर्धन को हम धर्म कहते हैं। दुनिया भर में सर्प को दूध नहीं मिलता, परंतु हम नाग पंचमी के दिन सर्प को दूध पिलाते हैं।

2027 तक भारत टॉप 3 अर्थव्‍यवस्‍थाओं वाले देश में शामिल

उन्होंने कहा कि हमारे देश में सात-आठ साल पहले स्टार्टअप की संख्या 500 के करीब थी, जो कि आज 95 हजार तक पहुंच गई है। जो नई-नई तकनीकी दे रहे हैं। इनमें 100 यूनिकॉर्न कंपनियां भी शामिल हैं। इनमें देश को और भी नई ऊंचाइयों पर ले जाने की क्षमता है। इसके साथ ही आठ वर्ष में उनकी पूंजी बढ़ी है। हर चीज का उपयोग करें। देश का अमृत काल समाप्त होते ही भारत विकसित देश के रूप में खड़ा होगा। 2014 में देश की इकोनॉमी 10वें पायदान पर थी, आज मोदी जी के नेतृत्‍व में भारत देश-दुनिया में पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में खड़ा है। उन्‍होंने आगे कहा कि मॉर्गन स्‍टैनली की आर्थिक विश्‍लेषक ने यह भी कहा, इस बात को नकारा नहीं जा सकता है कि 2027 तक भारत टॉप 3 अर्थव्‍यवस्‍थाओं वाले देश में शामिल हो जाएगा।

 

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