NASA Artemis-II: नासा चांद पर भेंजेगा आर्टेमिस-2, चार अंतरिक्ष यात्री भी होंगे मिशन का हिस्‍सा

Artemis-II NASA : अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) साल 2025 के सितंबर महिने में चांद पर Artemis-II मिशन भेजगा. जिसके लिए नासा ने नासा ने पूरी तैयारी कर ली है. चांद पर भेजने के लिए नासा की ओर से Artemis-II मिशन के एस्ट्रोनॉट्स को चुना गया है. बता दें कि 52 साल पहले आखिर बार 1972 में अपोलो-17 मिशन के तहत चांद कदम रखा था. उसके बाद से अमेरिका ने अभी चांद पर कोई मिशन नहीं भेजा है.

Artemis-II: चार अंतरिक्ष यात्री भी होंगे मिशन का हिस्‍सा

दरअसल, नासा के इस Artemis-II मिशन में चांद पर जाने वाले एस्ट्रोनॉट्स में कनाडाई स्पेस एजेंसी के जेरेमी हैनसेन, नासा की क्रिस्टीन कोच, विक्टर ग्लोवर और रीड वाइसमैन शामिल हैं. यह चारों अंतरिक्ष यात्री आर्टेमिस-2 मिशन का हिस्सा होंगे. बता दें कि यह मिशन चांद के चारों ओर चक्‍कर लगाएगा और फिर धरती पर वापस आ जाएगा.

इसके बाद नासा सितंबर 2026 में चांद पर Artemis-III मिशन भेजेगा. इस दौरान एस्ट्रोनॉट्स चांद के दक्षिणी ध्रुव पर (South Pole of Moon) पर उतरेंगे.  इसके बाद साल 2028 में नासा Artemis-IV मिशन को चांद पर भेजेगा, जिसमें चांद पर गेटवे लूनर स्पेस स्टेशन (Gateway Lunar Space Station) बनाएगा.

अमेरिकीय अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख बिल नेल्सन ने बताया कि इस बार हम जैसे चांद पर जा रहे हैं, वैसा पहले कभी नहीं हुआ है, लेकिन इन मिशनों से पहले हमारे अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा सबसे अधिक आवश्‍यक है. इसलिए सभी मिशन की पूरी तरह जांच की जा रही है. यदि शुरूआती मिशन में सफलता हासिल होती है, तो हमारे अंतरराष्ट्रीय और व्यापारिक समझौतों को भी मदद मिलेगी. 

Artemis-II: सबसे ऊपर अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा

नासा प्रमुख ने कहा कि यह किसी एक देश या एजेंसी का प्रोजेक्ट नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया का मिशन है. हम किसी भी अंतरिक्ष यात्री की जान के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते. इसलिए Artemis-II मिशन को आगे बढ़ाया है. उन्‍होंने कहा कि ओरियन स्पेसक्राफ्ट (Orion Spacecraft) का कई प्रकार का टेस्‍ट किया जाएगा, जिसके बाद लाइफ सपोर्ट सिस्टम की जांच होगी. 

ओरियन स्पेसक्राफ्ट की उतर गईं थी चार परते

बिल नेल्सन ने बताया कि ओरियन स्पेसक्राफ्ट के बैटरी से जुड़ी समस्याओं को समाप्‍त किया जा रहा है. इसके साथ ही एयर वेंटिलेशन और तापमान नियंत्रण करने वाले यंत्रों की भी जांच की जा रही है. आर्टेमिस-1 मिशन के लौटने के बाद ओरियन स्पेसक्राफ्ट में लगे चार परत उतर गई थी, जो हीटशील्ड में होता है, जिसकी जांच की जा रही है. इसके साथ ही सेंसर्स और इमेजरी को भी चेक किया जा रहा है.

Artemis-II: सुरक्षा जांच जरूरी

नेल्‍सन ने कहा कि Artemis-II मिशन के बाद ही Artemis-III मिशन की तारीख भी तय की जाएगी. फिलहाल उसे सितंबर 2026 के लिए रखा गया है, क्योकि उस समय तक सभी तैयारियां पूरी हो जाएंगी. Artemis-III मिशन में चांद के दक्षिणी ध्रुव के पास नासा के एस्ट्रोनॉट्स उतरेंगे. इसके बाद चौथे मिशन में नासा चांद पर अपना स्पेस स्टेशन को बनाने की कोशिश शुरू करेगा. 

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