Paris Olympics 2024: भारतीय एथलेटिक्स के लिए कई कीर्तिमान रच चुके नीरज चोपड़ा अपने दूसरे ओलंपिक में एक बार फिर अपने भाले से इतिहास रचने की काशिश करने वाले है. भारतीयों को उनसे एक बार फिर स्वर्ण पदक की उम्मीद है. उनकी अप्रतिम निरंतरता की एक बार फिर परीक्षा होगी क्योंकि पूरे सत्र में वह जांघ के भीतरी हिस्से की मांसपेशी में (एडक्टर) परेशानी से जूझते आए हैं. बता दें कि वह मंगलवार को क्वालिफिकेशन दौर में उतरेंगे और फाइनल आठ अगस्त को होगा.
स्वास्थ्य कारणों से जुझते रहे चोपड़ा
इस साल चोपड़ा ने सिर्फ तीन स्पर्धाओ में भाग लिया, लेकिन उनके बाकी प्रतिस्पर्धी भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. दोहा डायमंड लीग में मई में चोपड़ा ने 88.36 मीटर का थ्रो फेंका. वहीं, एडक्टर में असहजता के कारण 28 मई को ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक में एहतियात के तौर पर भाग नहीं लिया. उन्होंने जून में फिनलैंड में पावो नुरमी खेलों में 85.97 मीटर का थ्रो फेंककर स्वर्ण के साथ वापसी की.
दो स्वर्ण जीतने वाले बन जाएंगे पहले भारतीय
ऐसे में यदि इस बार नीरज चोपड़ा स्वर्ण जीतते हैं, तो ओलंपिक के इतिहास में खिताब बरकरार रखने वाले पांचवें खिलाड़ी बनेंगे. इसके साथ ही ओलंपिक व्यक्तिगत वर्ग में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय भी बनेंगे.
टोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता चेक गणराज्य के याकूब वालेश, जर्मनी के जूलियन वेबर और पूर्व विश्व चैंपियन ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स उन्हें फिर चुनौती देंने वाले है. वहीं, भारत के किशोर जेना भी दौड़ में हैं जिन्होंने पिछले साल एशियाई खेलों में 87.54 मीटर का थ्रो फेंककर क्वालिफाई किया था, लेकिन उसके बाद से 80 मीटर तक भी नहीं पहुंच पाए हैं.
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