mann ki baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 118वें एपिसोड को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने देश के उध्दार में अहम योगदान दिए गए लोगों के बारे में कई अहम बातें कीं, जिसमें बाबासाहब भीमराव आंबेडकर, राजेंद्र प्रसाद और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पुराने संबोधनों के कुछ अहम अंश के बारे में कहा.
बता दें वैसे तो पीएम मोदी के‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम का अयोजन महीने के अंतिम रविवार को आयोजित किया जाता है, लेकिन इस बार यानी जनवरी के अंतिम रविवार को 26 जनवरी है, इस दिन देश भर में गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा. यही वजह है कि इस बार ‘मन की बात’ प्रोग्राम 19 जनवरी को आयोजित किया गया. ऐसे में उन्होंने कहा कि इस बार हम एक सप्ताह पहले चौथे रविवार के बजाय तीसरे रविवार को ही मिल रहे हैं, क्योंकि अगले सप्ताह रविवार के दिन ही गणतंत्र दिवस है, मैं सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं देता हूं.
इस दौरान उन्होंने कहा कि इस बार का ‘गणतंत्र दिवस’ बहुत विशेष है. ये भारतीय गणतंत्र की 75वीं वर्षगांठ है. इस वर्ष संविधान लागू होने के 75 साल हो रहे हैं. मैं संविधान सभा के उन सभी महान व्यक्तित्वों को नमन करता हूं, जिन्होंने हमें हमारा पवित्र संविधान दिया.
बाबासाहब आंबेडकर के संबोधन के अंश सुनाए
उन्होंने कहा कि ‘जब संविधान सभा ने अपना काम शुरू किया तो बाबासाहब आंबेडकर ने परस्पर सहयोग को लेकर एक बहुत महत्वपूर्ण बात कही थी. मैं उसका एक अंश आपको सुनाता हूं…’
डॉ. राजेंद्र प्रसाद के संबोधन के अंश सुनाए
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मैं आपको संविधान सभा की एक और ऑडियो क्लिप सुनाता हूं. ये ऑडियां डॉ. राजेंद्र प्रसाद का है, जो हमारी संविधान सभा के प्रमुख थे. आइए डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी को सुनते हैं…’
श्यामा प्रसाद मुखर्जी के संबोधन के अंश सुनाए
पीएम मोदी ने कहा कि ‘अब मैं आपको डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की आवाज सुनाता हूँ. उन्होंने अवसरों की समानता का विषय उठाया…’