UP: एक मुकदमें संबंधी मामले में पूछताछ के दौरान को युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. इस मामले में पुलिस उपायुक्त ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रभारी निरीक्षक थाना डौकी तरूण धीमान को लाइन हाजिर कर दिया है. साथ ही कबीस पुलिस चौकी प्रभारी सिद्धार्थ चौधरी, दरोगा शिवमंगल और रामसेवक को निलंबित कर दिया है.
पूर्वी जोन कमिश्नरेट आगरा की चौकी कबीस थाना क्षेत्र के डौकी निवासी केदार सिंह गांव में ही आटा चक्की चलाते थे. उनके भतीजे प्रमोद ने बताया कि दोपहर दो बजे जीप में चार-पांच पुलिसकर्मी घर पहुंचे. केदार सिंह को गाड़ी में बैठाकर ले जाने लगे. परिजन ने पकड़कर ले जाने का कारण पूछा. इस पर कहा कि चौकी पर पहुंचने पर बताया जाएगा.
मुंह में कपड़ा ठूंसकर किया गया प्रताडि़त
उन्होंने आरोप लगाया कि चाचा केदार सिंह को बरौली अहीर मोड़ पर पुलिसकर्मियों ने गाड़ी में ही पीटना शुरू कर दिया. वहीं, पीछे आते भाइयों ने पुलिसकर्मियों को रोका. लेकिन वो नहीं माने और उन्हें लेकर चौकी चले गए, जहां केदार सिंह के मुंह में कपड़ा ठूंसकर बर्बरतापूर्ण तरीके से पीटा गया. वहीं, उनकी हालत बिगड़ने पर शाम चार बजे हालत बिगड़ने पर ऑटो में अस्पताल ले गए, जहां उनकी मृत्यु हो गई.
इसकी जानकारी मिलने पर आए ग्रामीणों ने पहले पुलिस चौकी पर हंगामा किया और इसके बाद पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए. इस दौरान ग्रामीणों का गुस्सा देखकर पुलिसकर्मी भाग गए. वहीं, थाने पर शमसाबाद और फतेहाबाद सर्किल की फोर्स के साथ अधिकारी पहुंचे.
इस दौरान ग्रामीण शव को लेकर आने की मांग करने लगे.
पुलिस पर लगे हत्या के आरोप
हालांकि एसीपी शमसाबाद गिरीश कुमार ने लेागों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन महिलाओं ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए केस दर्ज करने की मांग की. रात 7:45 बजे डीसीपी पूर्वी जोन अतुल शर्मा आए. मृतक की पत्नी ने उन्हें तहरीर दी. इसमें पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की. कार्रवाई के आश्वासन पर दो घंटे बाद जाम खोला जा सका.
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