Health tips: हर साल 17 मई को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है। उच्च रक्तचाप को हाई ब्लड प्रेशर भी कहा जाता है। कुछ लोग इसे ‘साइलेंट किलर’ भी कहते हैं, क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण ऐसे होते हैं जिसे आमतौर पर इंसान ध्यान नहीं दे पाता है। इसके लक्षण धीरे-धीरे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों जैसे हृदय, किडनी, मस्तिष्क और अन्य अंगों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं। यह हार्ट अटैक, स्ट्रोक और किडनी रोग जैसी जानलेवा समस्याओं का प्रमुख कारण हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, गलत खानपान, तनाव, सेडेंटरी लाइफस्टाइल और धूम्रपान हाइपरटेंशन के खतरे को बढ़ाते है।
संतुलित मात्रा में नमक खाएं
ज्यादा नमक खाने से शरीर में पानी की मात्रा बढ़ती है, जो रक्त वाहिकाओं पर दबाव डालता है। प्रोसेस्ड फूड, फास्ट फूड और पैकेट स्नैक्स में नमक की मात्रा अधिक होती है। इसलिए अपनी डाइट में इनके बजाए हेल्दी डाइट एड करें। साथ ही संतुलित मात्रा में नमक का सेवन करें।
मोटापे पर रखे नियंत्रण
सेडेंटरी लाइफस्टाइल ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करती है और ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकती है। लंबे समय तक बैठे रहना मोटापे का कारण भी बनता है, जो हाइपरटेंशन का जोखिम बढ़ाता है। इसलिए सेडेंटरी लाइफस्टाइल से बचना चाहिए और बीच-बीच में शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए।
पूरी नींद लें
लंबे समय तक लगातार मानसिक तनाव और अपर्याप्त नींद (7-8 घंटे से कम), कोर्टिसोल हार्मोन के स्तर को बढ़ाते हैं, जो हाइपरटेंशन के सबसे प्रमुख कारणों में से एक है।
कम करें चाय या कॉफी का सेवन
अक्सर कुछ लोग अपनी दिनचर्या में चाय या कॉफी का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं। दरअसल, इनमें मौजूद कैफीन का अधिक सेवन ब्लड प्रेशर का कारण बन सकता है, इसलिए चाय या कॉफी का सेवन बहुत सीमित मात्रा में करना चाहिए।
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