भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए पुरी पहुंचे गौतम अडानी, तीर्थयात्रियों के लिए ‘प्रसाद सेवा’ का किया आयोजन

Odisha: ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा का आयोजन 27 जून, 2025 से शुरू हो चुका है. इस दौरान भारत के शीर्ष उद्योगपतियों में शुमार गौतम अडानी ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ रथ यात्रा में शामिल होने के लिए पहुचे हैं. गौतम अडानी अपने परिवार के साथ जगन्नाथ रथ यात्रा में भाग लेने के लिए दो दिनों तक पुरी में रहेंगे. अडानी समूह ने पुरी धाम में ‘प्रसाद सेवा’ शुरू की है. ये 26 जून से 8 जुलाई तक रथ यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों के ‘सेवा’ के लिए है.

इन तीन भगवानों के खींचे जाते हैं रथ

भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा ओडिशा के पुरी में हो रही है. इस दौरान भक्त भगवान जगन्नाथ, उनके भाई भगवान बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा के भव्य रथों को गुंडिचा मंदिर तक खींचते हैं. जहां देवता एक सप्ताह तक रहते हैं और फिर जगन्नाथ मंदिर लौट आते हैं. 

 भगवान जगन्नाथ के भक्तों के लिए प्रसाद सेवाका आयोजन

अडानी ग्रुप ने महाकुंभ की ही तरह पुरी में भी भगवान जगन्नाथ के भक्तों के लिए ‘प्रसाद सेवा’ का आयोजन किया. इसका मकसद पुरी आए लाखों की तादात में भक्तों को साफ-सुथरा और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है.

उन्होंने एक्स पर अपने ऑफिशियल अकाउंट पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, ”आज से आरंभ हो रही यह दिव्य यात्रा वह क्षण है, जब स्वयं भगवान अपने भक्तों के बीच आकर उन्हें दर्शन देते हैं. यह केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि भक्ति, सेवा और समर्पण का अनुपम उत्सव है. इस पुण्य अवसर पर, लाखों श्रद्धालुओं की सेवा के लिए अदाणी परिवार पूरी निष्ठा और श्रद्धा से समर्पित है. हर भक्त को स्वच्छ, पौष्टिक और प्रेमपूर्वक परोसा गया भोजन मिले, इसी संकल्प के साथ पुरी धाम में हमने ‘प्रसाद सेवा’ आरंभ की है.”

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

ओडिशा अग्निशमन सेवा विभाग के डीजी सुधांशु सारंगी ने बताया कि ‘भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद से सबकुछ सामान्य है. सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद से सबकुछ अच्छा होगा. रथ बहुत भारी है और इसे खींचने के लिए काफी ताकत चाहिए. हम जानते हैं कि भक्तों की भगवान जगन्नाथ के लिए क्या भावनाएं हैं, लेकिन रथ खींचने के लिए शारीरिक ताकत की जरूरत है. हमें उम्मीद है कि आज ये हो जाएगा.’ इस आयोजन के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की आठ कंपनियों सहित लगभग 10,000 सुरक्षाकर्मियों को पुरी में तैनात किया गया है. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.

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