Kishtwar Cloudburst: उत्तरकाशी के बाद अब जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चिशोती गांव में बादल फटने की घटना सामने आई है, जहां करीब 20 लोगों को रेस्क्यू किया गया है, जबकि कई लोग लापता हैं और नुकसान का पूरा आंकलन अभी नहीं हो सका है. बता दें कि यह घटना मछेल माता यात्रा के मार्ग पर स्थित पदर उपखंड में हुई है. इस दौरान बचाव कार्य जारी है. वहीं, प्रशासन ने भी स्थिति का जायजा लेने के लिए टीमों को भेजा है.
चिशोती गांव में बादल फटने की घटना के बाद अचानक बाढ़ आ गई, जिससे कई घरों को नुकसान पहुंचा है. इस दौरान 12 शव बरामद किए गए है. वहीं, इस आपदा में कितना नुकसान हुआ है इसके बारे में अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
दोनों पुल क्षतिग्रस्त
वहीं, जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. दोनों पुल, लकड़ी का पुल और पीएमजीएसवाई पुल, क्षतिग्रस्त हो गए हैं. किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि चशोती इलाके में अचानक बाढ़ आ गई है, जो मचैल माता यात्रा का प्रारंभिक बिंदु है. बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है. स्थिति पर नजर रखी जा रही है.
मचैल माता यात्रा स्थगित
इसके अलावा, विपक्ष के नेता सुनील कुमार शर्मा और स्थानीय विधायक ने घटनास्थल का दौरा किया है और राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं. घटना स्थल किश्तवाड़ मुख्यालय से लगभग 80–90 किलोमीटर दूर है. मचैल माता यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है और एंबुलेंस व रेस्क्यू वाहन लगातार मौके की ओर भेजे जा रहे हैं.
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