TCLR: हॉरर फिल्मों की दुनिया में सबसे अधिक डरावनी मानी जानेवाली फिल्म ‘द कॉन्ज्यूरिंग यूनिवर्स’ की पहली फिल्म 2013 में आई थी. पहली फिल्म ही इतनी भयानक थी जिसने दर्शकों के दिल और दिमाग को हिलाकर दिया था. अब ‘द कॉन्ज्यूरिंग लास्ट राइट्स’ इसी वीक 5 सितंबर को रिलीज हुई है. इस फिल्म को लेकर दर्शकों को किस तरह का इंतजार था, इसका सबूत ओपनिंग डे की कमाई ही दे रही है.
बाक्स आफिस पर सबसे आगे
हॉलीवुड रिपोर्टर के मुताबिक, आर रेटेड फिल्म द कॉन्ज्यूरिंग लास्ट राइट्स का बजट 484 करोड़ का है. वहीं ओपनिंग के साथ ही फिल्म ने 65 मिलियन डॉलर की ओपनिंग की है, जो कि भारतीय रुपए में 573 करोड़ रुपए है. भारत में कलेक्शन की बात करें तो हॉलीवुड फिल्म ने 18 करोड़ की कमाई हासिल की है, जो कि अन्य 5 फिल्मों से ज्यादा है.
अन्य फिल्मों की बात करें तो बागी 4 ने 12 करोड़ की ओपनिंग की है. मद्रासी ने 13.1 करोड़ की कमाई हासिल की है. घाटी ने 2 करोड़, लिटिल हार्ट्स ने 1.32 करोड़ और द बंगाल फाइल्स ने 1.75 करोड़ की ओपनिंग हासिल की है.
अब तक की डरावनी फिल्में
साल 2013 में कंजूरिंग सीरीज की पहली फिल्म आई थी. इसके बाद 2014 में ‘एनाबेल’, 2016 में ‘द कॉन्ज्यूरिंग 2’, 2017 में ‘एनाबेल क्रिएशन’, 2018 में ‘द नन’, 2019 में ‘एनाबेल कम्स होम’, 2021 में ‘द कॉन्ज्यूरिंग द डेविल मेड मी डू इट’ और 2023 में ‘द नन’ आई थी.
बता दें इस फिल्म को माइकल चाव्स ने डायरेक्ट किया है. ‘द कोन्जूरिंग लास्ट राइट्स’ वॉरेन के ट्रू लाइफ इन्वेस्टिगेशन पर आधारित है. फिल्म का आखिरी पार्ट हालांकि, लोगों को कुछ खास पसंद नहीं आया. इस सीरीज का पहला पार्ट 2013 में आया था और अब 2025 में आखिरी पार्ट रिलीज हुआ.
‘द कॉन्ज्यूरिंग लास्ट राइट्स’ की कहानी
‘द कॉन्ज्यूरिंग लास्ट राइट्स’ फिल्म की शुरुआत होती है साल 1961 से जहां लोरेन वॉरेन (वेरा फार्मिगा) और एड वॉरेन (पैट्रिक विल्सन) एक आईने की जांच करते हैं. उन्होंने उस आईने में खौफनाक दृश्यों के साथ अपने अजन्मे बच्चे को देखा, जिसके बाद उनके पेट में दर्द होने की वजह से हॉस्पिटल लेकर जाना पड़ता है, जहां उन्हें एक बेटी होती है वो भी मरी हुई. हालांकि, ईश्वर से प्रार्थना करने पर उनकी बेटी कुछ ही मिनटों में जिंदा हो जाती है और रोने लगती है. इस चमत्कार को देखने के बाद वारेन दंपत्ति ने बेटी का नाम जूडी (मिया टॉमलिंसन) रखा. फिर लोरेन, जूडी को अपने सपने को नियंत्रित करना सिखाती है, जिससे उसे भविष्य में कोई परेशानी ना हो. कई साल बीतने के बाद साल 1986 में वारेन दंपत्ति रिटायर्ड होने का फैसला करते हैं और बाकी जिंदगी सुकून से बिताना चाहते हैं. इसी दौरान जूडी को टोनी (बेन हार्डी) से प्यार हो जाता है.
वहीं दूसरी तरफ पेंसिल्वेनिया शहर में स्मर्ल्स परिवार एक घर में रहने आता है, जिसमें जैक (इलियट कोवान), जेनेट (रेबेका काल्डर), और उनकी चार बेटियां हीथर , डॉन, शैनन और कैरिन शामिल होते हैं. इसके अलावा जैक के माता-पिता भी हैं. एक कार्यक्रम के दौरान हीथर को एक आईना गिफ्ट के तौर पर मिलता है, जिसे स्मर्ल्स परिवार घर ले आता है. इसी के बादे से उनके घर में बुरी शक्तियां मंडराने लगती हैं और अजीब-अजीब घटनाएं होती हैं, क्योंकि वो आईना शापित होता है. अब आगे कहानी में वारेन दंपत्ति इस शापित आईने से कैसे सामना करते हैं और अपनी बेटी बचा पाते हैं या नहीं. इसके लिए आप फिल्म देखें.
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