Vice President: भारत का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा इसका फैसला आज मंगलवार 9 सितंबर 2025 को हो जाएगा।राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी के खिलाफ बढ़त बनाए हुए हैं। हालांकि, क्रॉस वोटिंग की भी आशंकाए हैं। मतदान संसद भवन में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होगा और मतगणना शाम 6 बजे शुरू होगी। परिणाम देर शाम तक आने की उम्मीद है।
तीन दलों की दूरी का क्या पड़ेगा सियासी प्रभाव
1. बीजेडी, बीआरएस और अकाली दल के सांसद सदस्यों की संख्या मिलाकर 14 होती है. मौजूदा समय में लोकसभा में 542 और राज्यसभा में 239 सांसद हैं. इस तरह दोनों सदनों के कुल सदस्य 781 हैं, जिसके लिहाज से जीत के लिए उम्मीदवार को कम से कम 391 सांसदों का समर्थन चाहिए.
2. तीनों दलों के वोटिंग से दूरी बनाए रखने के चलते सबसे पहला असर ‘नंबर गेम’ पर पड़ेगा. इस तरह अब दोनों सदनों के सांसदों की संख्या 767 ही रह गई है. जीत के लिए कम से कम 384 सांसदों का समर्थन चाहिए.
3. तीनों दल विपक्ष के हैं, लेकिन पिछले 11 सालों से सरकार के नजदीक रहे हैं. मोदी सरकार के हर संकट में साथ खड़े रहे हैं. अकाली दल तो एनडीए का हिस्सा ही रहा है, लेकिन बीजेडी और बीआरएस गठबंधन में न होने के बाद भी साथ देती रही हैं.
4. 2022 के उपराष्ट्रपति चुनाव में भी इन्होंने एनडीए के जगदीप धनखड़ का समर्थन किया था. इस बार के चुनाव में वोटिंग से दूरी बनाए रखने का असर एनडीए की जीत के मार्जिन पर पड़ेगा. वहीं, दूसरी तरफ, इसे विपक्ष के लिए भी सियासी झटका माना जा रहा है.
5. कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी जैसे गैर-राजनीतिक चेहरे को प्रत्याशी बनाकर ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल का समर्थन
जुटा लिया, लेकिन समूचे विपक्ष को एकजुट नहीं रख सकी. बीजेडी और बीआरएस के साथ अकाली दल का विश्वास नहीं जीतना साफ दिखाता है कि तीनों विपक्षी दल अभी भी कांग्रेस से दूरी बनाकर चल रहे हैं.
6. एनडीए के पास दोनों सदनों में कुल 425 सांसदों का समर्थन मौजूद है. वाईएसआरसीपी ने एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन को समर्थन दिया है, जिसके बाद अब एनडीए के पास 436 सांसदों के वोट हो रहे हैं. आँकड़ों में देखा जाए तो एनडीए उम्मीदवार की जीत तय है. वहीं, विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के साथ 324 वोट हो रहे हैं. इस तरह से जीत के लिए 112 वोटों का अंतर साफ दिख रहा है.
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