Delhi: दिल्ली सरकार ने राजधानी के दिव्यांग नागरिकों और उनके परिवारों के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने नई योजना का ऐलान करते हुए कहा कि अब दिव्यांगों की देखभाल करने वाले परिजनों को हर महीने 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी. सीएम रेखा गुप्ता ने कहा, दिव्यांग लोग और उनके परिवार अक्सर आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों से जूझते हैं. यह योजना उन्हें न केवल आर्थिक सहारा देगी, बल्कि सम्मान और सुरक्षा की भावना भी दिलाएगी. आप जानकर हैरान होंगे कि इतना पैसा यूपी बिहार भी नहीं देते.
दिव्यांग हमारे समाज के अभिन्न अंग
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि दिव्यांग लोग हमारे समाज के अभिन्न अंग हैं और उन्हें सम्मान और आत्मनिर्भरता से साथ जीने का हक है. उन्होंने कहा कि ये स्कीम इस बात को सुनिश्चित करेगी की दिव्यांग और उनका परिवार उपेक्षित और असहाय महसूस न करे.
योजना का मकसद
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि यह योजना सिर्फ पैसों की मदद नहीं है, बल्कि एक सामाजिक संदेश भी है. सरकार दिव्यांगों और उनके देखभाल करने वालों के साथ मजबूती से खड़ी है. उनका उद्देश्य है कि किसी परिवार को अपने दिव्यांग सदस्य के कारण सामाजिक या आर्थिक परेशानियों का सामना न करना पड़े. यह योजना दिव्यांगों और उनके परिजनों को आत्मविश्वास और सम्मान की भावना प्रदान करेगी.
राशि सीधे बैंक खाते में पहुंचेगी
इस योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी और सुरक्षित बनी रहेगी. सरकार ने यह भी निर्देश दिया है कि यह राशि दिव्यांग की देखभाल और परिवार की आवश्यकताओं पर ही खर्च होनी चाहिए.
अन्य राज्यों से तुलना
दिल्ली की इस पहल को यूपी, बिहार और हरियाणा जैसी अन्य राज्यों की योजनाओं से तुलना करें तो पता चलता है कि दिल्ली ने सबसे अधिक आर्थिक सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है. उत्तर प्रदेश में दिव्यांगों को अब 4,000 रुपये प्रतिमाह मिलते हैं, बिहार में यह राशि 1,100 रुपये और हरियाणा में 2,750 रुपये है. इस लिहाज से दिल्ली की योजना सबसे आगे है.
पात्रता के लिए आवश्यक शर्तें
- लाभार्थी कम से कम 5 वर्षों से दिल्ली में रह रहा हो.
- परिवार की वार्षिक आय 1 लाख रुपये से अधिक न हो.
- आधार कार्ड से लिंक्ड वैध पहचान हो.
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