UP News: उत्तर प्रदेश तेजी से रियल एस्टेट का प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है. यूपी रेरा ने अपनी हालिया बैठक में 2,009 करोड़ रुपये से ज्यादा की 9 बड़ी परियोजनाओं को मंजूरी दी है. इन परियोजनाओं में लग्जरी फ्लैट, प्लॉट और विला विकसित किए जाएंगे. गुरुवार को रेरा मुख्यालय में अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में हुई लंबी बैठक में सभी प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी दे दी गई.
6 जिलों में 9 परियोजनाओं को मंजूरी
बैठक में स्वीकृत परियोजनाएं लखनऊ, बाराबंकी, प्रयागराज, चंदौली, अलीगढ़ और नोएडा में स्थित हैं. इन योजनाओं के अंतर्गत कुल 1,586 यूनिट विकसित होंगी, जिनमें फ्लैट्स, प्लॉट्स और विला शामिल हैं. परियोजनाएं आवासीय और मिश्रित विकास मॉडल पर आधारित हैं, जो शहरी और उपनगरीय दोनों क्षेत्रों की आवश्यकताओं को पूरा करेंगी.
रियल एस्टेट निवेश का मजबूत आधार
गौरतलब है कि रेरा के अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी ने बताया कि आज उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट निवेश का केंद्र बन चुका है. इसका मुख्य कारण है राज्य सरकार की पारदर्शी नीतियाँ, बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था, मजबूत कानून-व्यवस्था और तीव्र कनेक्टिविटी.
बात दें कि विशेष रूप से नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र निवेशकों के लिए बेहद आकर्षक बनते जा रहे हैं. जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट, यमुना एक्सप्रेसवे और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं ने इसे देश के सबसे तेजी से उभरते रियल एस्टेट बाजारों में शामिल कर दिया है.
प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ मिलने की उम्मीद
इन परियोजनाओं में प्रस्तावित 2009 करोड़ रुपये के निवेश से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ मिलने की उम्मीद है. संजय भूसरेड्डी ने बताया कि राज्य की GDP में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी. हजारों रोजगार के अवसर सृजित होंगे और कई सहायक उद्योगों को बड़ा फायदा मिलेगा. जैसे कि सीमेंट, स्टील, पेंट, टाइल,फर्नीचर, विद्युत उपकरण परिवहन, बीमा और वित्तीय सेवाएं, इन परियोजनाओं से न केवल रियल एस्टेट सेक्टर को गति मिलेगी बल्कि प्रदेश की समग्र आर्थिक गतिविधियाँ भी तेज होंगी.
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