ज्यादा सोना कई गंभीर बीमारियों के संकेत, जानें उम्र के हिसाब से एक दिन में कितना सोना चाहिए? 

Health tips: अच्छी और पर्याप्त नींद शरीर और मन दोनों को तरोताजा रखने और दिनभर की थकान मिटाने के लिए बेहद जरूरी है, लेकिन क्या आप जानते हैं? अगर आप ज्यादा सोते हैं तो ये शरीर पर बुरा प्रभाव भी डाल सकता है ज्यादा सोना भी कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है. आजकल की व्यस्त जीवनशैली में कई लोग वीकेंड या छुट्टी के दिनों में घंटों तक सोते रहते हैं, यह सोचकर कि ज्यादा नींद उन्हें तरोताजा कर देगी, लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता. यहां जानें ज्यादा सोने के क्या बड़े नुकसान हैं?

ज्यादा सोने से कौन सी बीमारी होती है

शरीर में कम ऑक्सीजन की सप्लाई बीमारियों को जन्म देती है. जिन लोगों के शरीर में ऑक्सीजन की कमी होती है वो 9 से 10 घंटे नींद के बाद भी झपकी लेते रहते हैं. ऐसा लगता है कि कई कई दिन हो गए सोए हुए. ये हाइपर-सोम्निया की कंडीशन है. जो शरीर में ऑक्सीजन लेवल कम होने से ही बनती है और फिर इससे स्लीप प्रोसेस डिस्टर्ब होता है.

ज्यादा सोने से बीमारी
  • डायबिटीज
  • मोटापा
  • हार्मोन बिगड़ना
  • शरीर में फैट जमा
  • हार्ट प्रॉब्लम 
  • शरीर में ब्लड फ्लो कम
  • हार्ट की आर्टरीज़ कमजोर
उम्र के हिसाब से एक दिन में कितना सोना चाहिए
अच्छी नींद क्यों जरूरी?

ज्यादा देर सोने की बजाय अच्छी नींद लेना जरूरी है. इससे इम्यूनिटी मजबूत होती है. थकान दूर होती है और बॉडी रिचार्ज होती है. इसके लिए रोजाना योग-प्राणायाम जरूर करें. दिन में एक बार गिलोय पीएं, हल्दी वाला दूध जरूर लें और विटामिन-C से भरपूर खट्टे फल खाएं.  

कम सोने के नुकसान
मेमोरी लॉस

कम नींद लेने से याददाश्त कमजोर होती है. हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की रिसर्च कहती है कि नींद के दौरान हमारा दिमाग दिनभर की मेमोरी स्टोर करता है. अगर सही से सोएंगे नहीं, तो ब्रेन स्लो हो जाएगा. 

वजन बढ़ना

अगर वजन कंट्रोल करना चाहते हो, तो सही से सोना शुरू करो. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ NIH) की एक स्टडी के अनुसार जो लोग 6 घंटे से कम सोते हैं, उनके मोटे होने की संभावना 30% ज्यादा होती है. 

दिल की बीमारी और डायबिटीज

CDC (सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल) की स्टडी बताती है कि कम नींद से ब्लड शुगर लेवल बिगड़ सकता है, जिससे डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है. 

मूड स्विंग और डिप्रेशन

अगर छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आता है या स्ट्रेस ज्यादा रहता है, तो इसकी वजह कम नींद हो सकती है. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट्स बताते हैं कि जो लोग 6 घंटे से कम सोते हैं, उनमें डिप्रेशन और एंग्जायटी का खतरा दोगुना होता है.

पूरी नींद लेने से मिलता है ये फायदा
  • कम सोने से ओबेसिटी यानी वजन बढ़ने की समस्‍या हो सकती है.
  • पूरी नींद लेने पर आपकी याददाश्‍त शक्ति मजबूत रहती है और आप भूलते नहीं.
  • ऐसा करने से एथलेटिक और फिजिकल परफॉर्मेंस बढ़ा रहता है.
  • रात में सात घंटे सोने से हार्ट से संबंधित बीमारियों को खतरा कम रहता है.
  • नींद पूरी ना लें तो इससे डायबिटीज टाइप टू का खतरा पैदा हो सकता है.
  • ना सोने से डिप्रेशन, एंग्‍जायटी जैसी मेंटल हेल्‍थ से जुड़ी समस्‍या हो सकती है.

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