Prayagraj: यमुना के जलस्तर में गिरावट सोमवार शाम से ही शुरू हो गई थी जो मंगलवार को भी जारी रही. सिंचाई विभाग को मंगलवार की शाम की रिपोर्ट के अनुसार, यमुना में गिरावट प्रति घंटे 075 सेमी दर्ज की गई है. वहीं, फाफामऊ में गंगा के जलस्तर में भी प्रति घंटे एक सेमी की गिरावट दर्ज की गई. इसका नतीजा यह रहा कि गंगा का जलस्तर मंगलवार शाम पांच बजे के करीब 86 मीटर से नीचे चला गया.
दोनों नदियों के जलस्तर में गिरावट
दोनों नदियों के जलस्तर में गिरावट को लेकर सिंचाई विभाग के अफसरों के संकेत सकारात्मक हैं. अधिशासी अभियंता दिग्विजय सिंह का कहना है कि फिलहाल दोनों नदियों के जलस्तर में गिरावट जारी रहने की उम्मीद है. गंगा यमुना में बाढ़ की स्थिति ( 6 अगस्त सुबह 8 बजे तक ) खतरे का निशान 84.734 है. यमुना का जलस्तर 85.11 रिकॉर्ड किया गया. में करीब एक मीटर पानी कम हुआ है. गंगा का जलस्तर 85.55 सेंटीमीटर रिकॉर्ड किया गया. जलस्तर करीब आधा मीटर पानी कम हुआ है।
जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया दौरा
प्रयागराज के जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने मंगलवार को बाढ़ से प्रभावित ग्राम ढोकरी उपरहार तहसील फूलपुर पहुंचकर बाढ़ का निरीक्षण किया तथा गांव के बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं की जानकारी ली और सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए l गांव के लोंगों के द्वारा बताया गया कि गांव के कुछ घर पानी से घिरे हुए हैं और उन लोगों ने गांव में ही दूसरे लोगों के यहां आश्रय लिया है l पशुओं को भी अन्यत्र रखा गया है और उनके लिए चारे की आवश्यकता है. जिस पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी फूलपुर को बाढ़ प्रभावित लोंगो के लिए सभी खाद्य सामग्री और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने एवं मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी से वार्ता कर चारे की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं l उन्होंने उप जिलाधिकारी से पानी से घिरे हुए घरों का नाव से जाकर निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए हैं l
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