लखनऊ। शहर के असैदापुर जिला अस्पताल सहित सभी सीएचसी व पीएचसी में शुक्रवार से ओपीडी सेवा शुरू हो गई। अस्पताल आने वाले मरीजों की थर्मल स्क्रीनिंग व सैनिटाइजेशन के बाद उन्हें भीतर जाने दिया गया। पहले दिन अस्पतालों में मरीजों की भीड़ उमड़ी। चिकित्सकों ने सोशल डिस्टेसिंग के तहत उपचार और आवश्यक होने पर उन्हें भर्ती भी किया। ओपीडी सेवा शुरू होने से जिले में गर्भवती महिला व गंभीर रोग से पीड़ित मरीजों को उपचार में सहूलियत मिली। कोविड संक्रमण की दूसरी लहर में सामूहिक संक्रमण रोकने के लिए जिले की सभी अस्पतालों में ओपीडी सेवा बंद की गई थी। इस अवधि में टेलीमेडिसन विधि से चिकित्सक मरीजों को परामर्श देकर दवाएं बताते हुए उपचार कर रहे थे। इससे गर्भवती महिलाओं व गंभीर रोग से पीड़ित मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। कोविड संक्रमण की रफ्तार कम होने के बाद शासन के निर्देश पर शुक्रवार से जिले के सभी अस्पतालों में ओपीडी सेवा शुरू की गई। अस्पताल परिसर की साफ-सफाई व सैनिटाइजेशन के बाद गेट पर ही मरीजों की थर्मल स्क्रीनिंग कर मास्क का प्रयोग करने के बाद प्रवेश दिया गया। अस्पताल में सोशल डिस्टेंसिंग के तहत चिकित्सकों ने अपने-अपने कक्ष में मरीजों का उपचार करते हुए उन्हें दवाएं दिलाईं तो जरूरत होने पर उन्हें भर्ती कर उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की। जिला अस्पताल में चिकित्सक डॉ. नीरज वर्मा, डॉ. अभय गोयल, डॉ. पीतांबर कनौजिया, डॉ. अमरनाथ, डॉ. एसएन राय समेत सभी चिकित्सकों ने मरीजों का उपचार करते हुए कोविड से बचाव के लिए जागरूक करते हुए टीकाकरण कराने की अपील की। अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि मरीजों को अस्पताल आने पर मास्क का प्रयोग अनिवार्य होगा तथा सोशल डिस्टेंसिंग के अनुसार अपनी बारी की प्रतीक्षा करनी होगी। अधीक्षक ने बताया कि मरीजों को इलाज में कोई परेशानी नहीं हो इसकी समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। मरीजों का बेहतर उपचार हो सके इसके अस्पताल में पर्याप्त दवाओं का स्टॉक मौजूद है।