गाजीपुर। बहरियाबाद थाना पुलिस ने बीते दिनों संदिग्ध अवस्था में पेड़ से लकटते मिले अधेड़ के शव मामले का खुलासा किया। बुधवार को पुलिस कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में पुलिस अधीक्षक डा. ओमप्रकाश सिंह ने हत्यारोपी पिता-पुत्र को मीडिया के समक्ष पेश किया। एसपी ने बताया कि कलाम की हत्या उसके साले और साले के पुत्र ने गला दबाकर की थी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बीते 11 जून की सुबह कासिमाबाद थाना क्षेत्र के बहादुरगंज निवासी अधेड़ कलाम कुरैशी का बहरियाबाद थाना क्षेत्र के चकफरीद कुटिया के कब्रिस्तान की झाड़ियों में जंगली पेड़ से शव लटका मिला था। वह चकफरीद निवासी मुस्तफा कुरैशी की गूंगी बहन आसमा के साथ शादी करके यहीं ससुराल में रहता था। संदिग्ध परिस्थितियों में जमीन से महज ढाई-तीन फुट उंचाई से लटकते मिले शव को देखने से ही प्रतीत हो रहा था कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। इस मामले में बहरियाबाद पुलिस ने मृतक के साला मुस्तफा से तहरीर लेकर इसे आत्महत्या करार दे दिया। जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोंटने की बात का खुलासा हुआ। इसके बाद बहादुरगंज से आए मृतक के भाई इस्लाम कुरैशी ने तहरीर देकर हत्या का केस दर्ज कराया था। जांच-पड़ताल में पुलिस के सामने यह बात आई कि कलाम की गला दबाकर हत्या की गई है। संदेह के आधार पर पुलिस ने प्यारेपुर चौराहा के पास से मृतक कलाम के साले मुस्तफा और चकफरीद से मुस्तफा के पुत्र अरमान कुरैशी को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पिता-पुत्र ने बताया कि 10 जून की की रात अपने पुत्र अरमान कुरैशी के साथ मिलकर पैसा व पत्नी पर कुदृष्टि रखने के विवाद को लेकर अपने बहनोई अब्दुल कलाम कुरैशी गला दबाकर हत्या कर दिया था। इसके बाद शव को घर के बगल के कोटिया के पास पेड़ पर रस्सी के सहारे लटका दिया था। एसपी ने बताया कि अभियुक्तों का संबंधित धाराओं में चालान कर दिया गया। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में बहरियाबाद थाना प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार, हेड कांस्टेबल राणा प्रताप यादव, कांस्टेबल जितेंद्र कुमार, गुरु प्रसाद सिंह, निखिल कुमार मौर्य और महिला आरक्षी शुखबू पाठक शामिल थी।