कानपुर। कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक मानी जा रही है। इससे बचने के लिए शासन की ओर से मेडिसिन किट बच्चों में वितरित कराई जा रही है। जिले में भी मेडिसिन किट पहुंच गई। इन किटों को निगरानी समिति लक्षण के आधार पर बच्चों में वितरित करेंगी। अफसरों का कहना है कि प्राथमिक तौर पर गांव में किसी बच्चे को परेशान न होना पड़े, इसके लिए यह व्यवस्था की गई। कोरोना संक्रमण से बच्चों को बचाने के लिए शासन की ओर से घर-घर मेडिसिन किट पहुंचाई जा रही है। किट बच्चों की उम्र के हिसाब से बनाई गई है। जिले में गठित की गई प्रत्येक निगरानी समिति को बीस से तीस किट दी जाएंगी। गांव में निरीक्षण के दौरान किसी भी बच्चे में बुखार, जुकाम या कोरोना के लक्षण होने पर उन्हें यह किट दी जाएगी। साथ ही इसी जानकारी निगरानी समिति सीएचसी अधीक्षक को देंगे। जिससे बच्चों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। विभाग का मानना है कि प्राथमिक तौर पर गांवों में बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए किट का वितरण किया जाएगा। किट में पैरासीटामोल, विटामिन आदि दवाएं हैं। किट को वेयर हाउस में रखा गया है। 26 जून को इसका वितरण किया जाएगा। बच्चों को किट वितरण के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। सभी अधीक्षक व पीएचसी प्रभारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं। 26 जून को निगरानी समितियों के द्वारा किट का वितरण किया जाएगा।