पीलीभीत। पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) के हिरनों की दो प्रजातियों में बदलाव देखा जा रहा है। दोनों प्रजातियों के हिरनों के शरीर पर स्पॉट देखे जा रहे हैं, जोपहले नहीं होते थे। यह बदलाव किस वजह से है। इसको लेकर वन्यजीव विशेषज्ञ और वन अफसरों की राय अलग-अलग है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि दोनों प्रजातियों के आपसी समागम के कारण ऐसा हुआ है, वहीं कुछ का कहना है कि यह इनवारयमेंटल इफ्ेक्ट की बदौलत है। फिलहाल अब पीटीआर में संकर प्रजाति के यह हिरन शोध का विषय बन चुके हैं। पीटीआर में हिरन की पांच प्रजातियां पाई जाती हैं। इसमें बारहसिंघा, सांभर, चीतल, काकड़ और पाड़ा शामिल हैं। इसमें सबसे ज्यादा संख्या चीतल प्रजाति की है। काकड़ प्रजाति की संख्या सबसे कम है। पिछले कुछ समय से पीटीआर में हिरन की दो प्रजातियों के रंग-रूप और चाल-ढाल में बदलाव की बात सामने आई। वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर बिलाल मियां ने ऐसे ही कुछ ऐसे हिरनों की तस्वीरें पिछले दो सालों में अपने कैमरे में कैद कीं, जो कि पीटीआर में पाए जाने वाले हिरनों से भिन्न थीं। ये तस्वीरें पीटीआर के कुछ वन अफसरों को दिखाईं तो ये पाड़ा और काकड़ प्रजाति के हिरनों बताए गए। इनके शरीर के ऊपरी हिस्से में स्पॉट पाए गए, जोकि मात्र चीतल प्रजाति के शरीर पर ही पाए जाते हैं।