वाराणसी। जलमार्ग-1 वाराणसी-हल्दिया के बीच परिवहन के लिए रामनगर बंदरगाह को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर दिया जा रहा है। इंडियन वाटर वेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (आईडब्ल्यूएआई) के उपाध्यक्ष जयंत सिंह ने शुक्रवार को रामनगर पोर्ट का निरीक्षण किया और दूसरे चरण को आगे बढ़ाने की कार्ययोजना बनाई। पीपीपी मॉडल पर संचालित करने के लिए नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया शुरू कराई जाएगी। जल परिवहन से देश भर के उद्यमियों को जोड़ने के लिए रामनगर पोर्ट पर सुविधाएं बढ़ाने पर भी विचार किया गया। मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने बताया कि निरीक्षण के दौरान बंदरगाह के दोनों तरफ भूमि को उपयोग में लेने की भी चर्चा हुई है। एक तरफ 65 एकड़ में फ्रेट विलेज बसाया जाएगा, इसके लिए राज्य सरकार की पहल से भूमि उपलब्ध करा दी गई है। आईडब्ल्यूएआई इस मद में अब तक 41 करोड़ रुपये राज्य सरकार को आवंटित कर चुका है। दूसरी ओर बंदरगाह को जोड़ने वाली सड़क को बेहतर बनाने की भी दिशा में काम हो रहा है। ताकि एक साथ भारी वाहनों की आवाजाही में कोई बाधा न उत्पन्न हो। पीपीपी मॉडल पर पोर्ट संचालन के लिए पहले कराए गए टेंडर में एक ही कंपनी ने हिस्सा लिया था। अब नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया कर यहां सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी।