आगरा। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में बुधवार को ग्रीष्मकालीन अवकाश खत्म हो गया। ऐसे में परीक्षा कार्यों के लिए प्रधानाचार्य गुरुवार को शिक्षकों को बुला सकते हैं। वहीं आठ जुलाई से परीक्षा होने के चलते ऑनलाइन कक्षाओं का आयोजन अब अगस्त में ही शुरू हो पाएगा। जो शिक्षक परीक्षा में ड्यूटी नहीं करेंगे वे ऑनलाइन कक्षाएं ले सकते हैं। स्नातक प्रथम वर्ष वार्षिक प्रणाली में छात्र-छात्राओं को द्वितीय वर्ष में प्रोन्नत किया जा रहा है। ऐसे में इनकी ऑनलाइन कक्षाएं संचालित होंगी। सेमेस्टर में द्वितीय और तृतीय सेमेस्टर की कक्षाएं संचालित होनी हैं। आठ जुलाई से परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। ऐसे में ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर पाना संभव नहीं है। ऐसे में अब ऑनलाइन कक्षाएं अगस्त के दूसरे सप्ताह से ही शुरू हो पाएंगी। वहीं राष्ट्रीय शिक्षा नीति का सिलेबस सितंबर से कक्षा चलाकर लागू करने का टारगेट है। हालांकि अभी 12वीं का रिजल्ट आने से पहले बीए-बीएससी-बीकॉम में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकती है। ऐसे में यदि जुलाई में ही रिजल्ट आ गया तो विवि को पूरा अगस्त एडमिशन के लिए मिल जाएगा। इस बार विवि मेरिट लंबी नहीं निकालेगा। सत्र पहले से ही बहुत लेट हो चुका है। एडमिशन की प्रक्रिया 45 दिन से ज्यादा चलनी मुश्किल है। ऐसे में विवि 13 सितंबर से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के नए कोर्सों की पढ़ाई शुरू कराने की कवायद में जुटा है। कुलपति प्रो. एनके तनेजा का कहना है कि परीक्षाओं के बीच ही मूल्यांकन शुरू कराकर तेजी से रिजल्ट निकाले जाएंगे। 12वीं का रिजल्ट आते ही यूजी की एडमिशन प्रक्रिया शुरू कराई जाएगी ताकि 13 सितंबर से नए सिलेबस में छात्र-छात्राएं राष्ट्रीय शिक्षा नीति का सिलेबस पढ़ सकें।